ऑनलाइन गेमिंग बैन का असर शुरू: कई रियल मनी गेमिंग ऐप्स बंद
2025 में लागू हुए ऑनलाइन गेमिंग बिल के तहत रियल मनी गेम्स पर प्रतिबंध के बाद भारत में कई ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों ने अपने रियल मनी ऑपरेशंस को बंद करना शुरू कर दिया है। ड्रीम11, माई11सर्किल, पोकरबाजी, प्रोबो, जुपी और मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) जैसी प्रमुख कंपनियों ने अपने यूजर्स को सूचित किया है कि वे अब भारत में रियल मनी गेमिंग सेवाएं नहीं देंगी।
इन कंपनियों ने भरोसा दिलाया है कि यूजर्स के पैसे पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें निकालने की सुविधा जारी रहेगी।
यूजर्स में पैसे निकालने की होड़
नए कानून के बाद बड़ी संख्या में यूजर्स ने अपने वॉलेट से पैसे निकालना शुरू कर दिया है। इससे कंपनियों पर अचानक कैश निकालने का दबाव बढ़ गया है। कई कंपनियों के पास पर्याप्त लिक्विड कैश न होने के कारण पैसे अटकने का खतरा बढ़ गया है।
बड़ी संख्या में युवा, विशेषकर कम आय वर्ग से आने वाले लोग, इन गेम्स में हर महीने हजारों रुपए खर्च कर रहे थे। कई लोगों ने उम्मीद से ज्यादा पैसे दांव पर लगा दिए, जिससे अब उनका निवेश संकट में है।
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हर महीने हजारों की रकम दांव पर
पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में एक औसत यूजर हर महीने ₹5,000 से अधिक रियल मनी गेमिंग पर खर्च कर रहा था। छोटे शहरों जैसे आगरा, जयपुर, रांची और राजकोट में यह खर्च ₹4,763 प्रति माह था। यह राशि एक सामान्य एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के बराबर है, जिसे लोग भविष्य की बचत के लिए इस्तेमाल करते हैं।
कम आय वाले युवा इन प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा सक्रिय रहे हैं:
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₹20,000 तक कमाने वाले 22% युवा
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₹20,001 से ₹40,000 कमाने वाले 18% युवा
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₹1 लाख से ज्यादा कमाने वालों में सिर्फ 12% युवा
स्टार्टअप्स और निवेशकों को बड़ा झटका
2020 से 2024 के बीच वेंचर कैपिटल कंपनियों ने रियल मनी गेमिंग सेक्टर में करीब 1 अरब डॉलर (8,300 करोड़ रुपए से अधिक) का निवेश किया। अब इन कंपनियों के कारोबार बंद होने से निवेशकों की पूंजी खतरे में पड़ गई है।
नजारा टेक और डेल्टा कॉर्प जैसी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई है, जिससे रिटेल निवेशकों को नुकसान हुआ है।
बंद होने वाली कंपनियों द्वारा जुटाई गई कुल फंडिंग (USD करोड़ में):
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ड्रीम स्पोर्ट्स (Dream11): 124
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मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL): 39.6
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जुपी: 12.2
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गेम्स24×7: 10.8
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विनजो: 9.2
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हेड डिजिटल वक्र्स: 8.1
कैसे निकालें गेमिंग एप्स से फंसे पैसे:
यदि आपका पैसा किसी गेमिंग ऐप (जैसे Dream11, MPL, My11Circle, Probo, आदि) में अटका हुआ है, तो आप निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाकर उसे निकाल सकते हैं:
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संबंधित ऐप में लॉग इन करें।
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“वॉलेट” या “बैलेंस” सेक्शन में जाएं।
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“Withdraw” या “पैसे निकालें” विकल्प चुनें।
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अपना बैंक खाता या यूपीआई आईडी दर्ज करें।
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OTP वेरिफिकेशन के बाद पैसे ट्रांसफर की रिक्वेस्ट सबमिट करें।
नोट: अधिकांश मामलों में पैसे 24 से 72 घंटे के भीतर आपके खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे। यदि कोई दिक्कत आती है तो ऐप की कस्टमर सपोर्ट टीम से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध से न सिर्फ गेमिंग कंपनियों और निवेशकों को नुकसान हुआ है, बल्कि लाखों युवा यूजर्स का पैसा भी फंसा है। यदि आपने किसी गेमिंग ऐप में पैसा डाला है, तो तुरंत लॉग इन करके निकासी की प्रक्रिया पूरी करें, क्योंकि भविष्य में यह सुविधा सीमित हो सकती है।