जयपुर। नकली और घटिया कीटनाशकों के निर्माण पर राजस्थान सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए HPM केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के बाद की गई।
जांच में पाया गया कि HPM कंपनी द्वारा बनाए गए कीटनाशक के सैंपल अमानक थे, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ। राजस्थान सरकार के कृषि विभाग की शिकायत पर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
MP के किसानों को बड़ा नुकसान
कृषि मंत्री मीणा ने बताया कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में सोयाबीन की फसल इस कीटनाशक के कारण खराब हो गई थी। विदिशा जिले के खेतों में खुद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित फसल का निरीक्षण किया था।
मीणा ने कहा, “हमने कंपनी के सभी उत्पादों के निर्माण, वितरण और बिक्री पर रोक लगा दी है। किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी कंपनी को बख्शा नहीं जाएगा।”
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JP नड्डा से मुलाकात, कड़े कानून की मांग
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस विषय को लेकर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। उन्होंने अमानक खाद, बीज और कीटनाशकों के खिलाफ कड़े कानूनी प्रावधानों की मांग की ताकि केवल लाइसेंस रद्द करने तक कार्रवाई सीमित न रहे, बल्कि किसानों को हुए नुकसान की भरपाई भी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा, “मौजूदा कानूनों में कंपनियों के खिलाफ आर्थिक दंड और क्षतिपूर्ति का कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, जो किसानों के लिए अन्यायपूर्ण है।”
29 मई से चल रहा है विशेष अभियान
राजस्थान में 29 मई से नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान कई कंपनियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। कृषि मंत्री ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हो जाती।
उन्होंने दोहराया, “किसानों की मेहनत को नुकसान पहुंचाने वाली कंपनियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।“
निष्कर्ष:
HPM कंपनी के खिलाफ यह कार्रवाई केवल एक उदाहरण है कि राजस्थान सरकार अब नकली कृषि उत्पादों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपना रही है। किसानों के हित में इस प्रकार की सख्त कार्रवाइयों से कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।