सादुल क्लब मेले में महिलाओं से मारपीट, मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
बीकानेर के सादुल क्लब मैदान में आयोजित मेले में महिलाओं के साथ मारपीट का मामला एक बार फिर सामने आया है। ताजा घटना 16 अगस्त की शाम करीब आठ बजे की है, जब मेला देखने गई महिला के साथ मेले में काम कर रही वोलंटीयर युवतियों द्वारा कथित मारपीट की गई।
इस संबंध में वर्षा गोदारा, निवासी अंशुल सुशांत सिटी, ने सदर थाना पुलिस को रिपोर्ट दी है। वर्षा के अनुसार, वह मेले में सामान्य रूप से घूमने गई थीं, लेकिन वहां कार्यरत कुछ वोलंटीयर युवतियों ने उनके साथ हाथापाई की और गाली-गलौज भी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं, लेकिन दबा दिए गए मामले
स्थानीय लोगों का कहना है कि सादुल क्लब मेले में इससे पूर्व भी कई बार मारपीट और बदतमीजी के मामले सामने आ चुके हैं, जिन्हें मेला आयोजकों द्वारा मौके पर ही दबा दिया जाता है। महिलाएं और युवतियां अक्सर असुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती।
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यातायात अव्यवस्था बनी खतरा
मेले के चलते सादुल क्लब क्षेत्र की मुख्य सड़क पर लगातार जाम और अव्यवस्था की स्थिति बनी रहती है। कई बार छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन यातायात पुलिस की सक्रियता ना के बराबर है। मेले के समय सड़क किनारे वाहनों की अवैध पार्किंग, बिना नियोजन के स्टॉल्स और भारी भीड़ के चलते आम राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन की निष्क्रियता से जनता में रोष
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि अगर इसी तरह से मेले में महिलाओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की अनदेखी होती रही, तो कोई बड़ा हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
प्रश्न यह उठता है कि यदि लगातार शिकायतों और घटनाओं के बावजूद पुलिस और मेला प्रशासन नियमित निगरानी और आवश्यक प्रतिबंध लागू नहीं करते, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा?
मांग: महिला सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर सख्ती जरूरी
सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि सादुल क्लब मेले में:
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महिला सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और महिला स्टाफ की तैनाती हो
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मेला वोलंटीयर की सक्रियता की निगरानी की जाए
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सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए
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यातायात को सुगम बनाने के लिए अस्थाई रूट डायवर्जन लागू किया जाए