राजस्थान में अच्छी बारिश के बाद यूरिया खाद की मांग में तेज़ी आई है, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में किसानों को खाद के लिए बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे थे। इसी बीच कृषि विभाग ने खाद की कालाबाजारी और अनियमित बिक्री पर रोक लगाने के लिए विशेष निरीक्षण अभियान शुरू किया। निरीक्षण के दौरान यूरिया बिक्री में अनियमितताएं सामने आईं, जिसके बाद विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिए।
अजमेर जिले में खरीफ मौसम 2025 के दौरान कुछ विक्रेताओं द्वारा किसानों को असामान्य रूप से अधिक मात्रा में तथा भूस्वामित्व से अधिक सीमा में अनुदानित यूरिया बेचने के मामले की पुष्टि हुई। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक संजय तनेजा ने बताया कि केकड़ी के मैसर्स न्यू मातेश्वरी खेती बाड़ी केंद्र और जूनिया के मैसर्स पुष्पा खेती बाड़ी केंद्र के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। इसके अलावा बघेरा के बसंत ग्राम सेवा सहकारी समिति और सावर के मैसर्स रजनीश ट्रेडर्स को नोटिस जारी किए गए हैं।
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गौरतलब है कि यूरिया का उपयोग कृषि के अलावा प्लाईवुड, रेजिन, पेंट और डीएपी उद्योग में भी होता है, जिसके लिए तकनीकी ग्रेड यूरिया इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, कृषि उपयोग के लिए नीम कोटेड यूरिया अनुदानित दरों पर, आधार सत्यापन के बाद सहकारी एवं निजी विक्रेताओं के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जाता है। कृषि विभाग समय-समय पर गैर कृषि उपयोग में अनुदानित यूरिया की खपत रोकने के लिए औद्योगिक इकाइयों और विक्रेताओं पर निरीक्षण अभियान चलाता है।