

बीछवाल केंद्रीय कारागृह में सुरक्षा चूक, दो बंदियों से मोबाइल बरामद
बीकानेर। बीछवाल स्थित केंद्रीय कारागृह की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। 18 जुलाई को की गई नियमित चेकिंग के दौरान दो बंदियों के पास मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं, जिससे जेल के भीतर बढ़ती अवैध गतिविधियों और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।
कड़ी सुरक्षा के बावजूद मोबाइल कैसे पहुंचे?
जेल प्रशासन की तमाम निगरानियों और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद बंदियों तक मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं कैसे पहुंच रही हैं, यह बड़ा सवाल बन गया है। हर बार की चेकिंग में ऐसे मामले सामने आना इस बात का संकेत है कि जेल के भीतर या बाहर से कोई न कोई सहयोग मिल रहा है।
किन बंदियों के पास मिले मोबाइल?
18 जुलाई को की गई जांच में सजायाफ्ता बंदी सुनील उर्फ गोलिया उर्फ गोलु और मोहित उर्फ मोहिता के पास से एक-एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों ने मोबाइल को अपनी पैंट की जेब में छिपा रखा था। चेकिंग टीम में रेंज कार्यालय बीकानेर की एसआई सुमन और हेड कांस्टेबल नानूराम शामिल थे।
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मुकदमा दर्ज, जांच शुरू
चेकिंग टीम की रिपोर्ट के आधार पर बीछवाल थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अब यह जांच का विषय है कि यह मोबाइल फोन जेल के भीतर कैसे पहुंचे और किनकी मिलीभगत से यह संभव हुआ।
हर चेकिंग में उठते हैं सवाल
यह पहली बार नहीं है जब बीकानेर जेल से इस तरह की लापरवाही सामने आई है। हर चेकिंग में कभी मोबाइल, कभी नशीले पदार्थ या अन्य अवैध सामान बरामद होना यह दर्शाता है कि जेल के भीतर सुरक्षा प्रणाली में गंभीर खामियां हैं।
निष्कर्ष
जेल प्रशासन को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाए। सुरक्षा में सेंध को नजरअंदाज करना न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि आमजन के लिए भी चिंता का विषय है।