

बर्थडे पर छापा, गिरफ्तारी और सियासी घमासान! चैतन्य बघेल क्यों बने निशाना?
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया। खास बात यह रही कि यह कार्रवाई उसी दिन हुई जब चैतन्य बघेल का जन्मदिन था, जिससे पूरे राजनीतिक माहौल में हलचल मच गई है।
सुबह-सुबह ED का छापा
शुक्रवार सुबह करीब 3 गाड़ियों में सवार 19 ईडी अधिकारी भिलाई-3 स्थित चैतन्य बघेल के निजी आवास पर पहुंचे। पूरे परिसर को पुलिस बल ने घेर लिया और किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। इससे पहले सुबह ही भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर जानकारी दी थी कि “ED आ गई।”
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पूछताछ के बाद गिरफ्तारी
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम ने चैतन्य से लंबी पूछताछ की। आरोप है कि उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई सवालों पर स्पष्ट जवाब नहीं दिए। इसी के आधार पर ईडी ने उन्हें हिरासत में लेकर बाद में औपचारिक गिरफ्तारी कर ली। बताया जा रहा है कि शराब घोटाले में जुटाए गए दस्तावेज़ों और साक्ष्यों के आधार पर यह कदम उठाया गया।
3200 करोड़ का घोटाला
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला अब तक 3200 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। ईडी इस मामले की कई महीनों से जांच कर रही है और पहले भी कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। हाल ही में होटल कारोबारी विजय अग्रवाल के परिसरों पर भी दबिश दी गई थी।
भाजपा का तीखा हमला
भाजपा विधायक रिकेश सेन ने चैतन्य की गिरफ्तारी को “कर्मों की सजा” बताते हुए कहा कि यह कार्रवाई किसी राजनीतिक द्वेष का परिणाम नहीं है, बल्कि घोटाले से जुड़े ठोस प्रमाणों पर आधारित है। उन्होंने कहा, “जो आरोपी होता है, उसी के घर ED जाती है।”

कांग्रेस का विरोध, भूपेश बघेल का पलटवार
ईडी की इस कार्रवाई पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सख्त नाराजगी जताई। कार्यकर्ताओं ने ईडी की गाड़ियों को रोकने की कोशिश भी की। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। उन्होंने कहा, “पिछली बार मेरे जन्मदिन पर ED भेजी गई थी, अब बेटे के जन्मदिन पर आई है।”
सरकार का क्या कहना है?
विधानसभा सत्र के अंतिम दिन भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी-शाह की जोड़ी राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन वह न कभी झुका है और न झुकेगा।
जन्मदिन की तैयारी पर पानी फिरा
जिस दिन चैतन्य का जन्मदिन मनाने की तैयारी थी, उसी दिन उनके घर छापा और गिरफ्तारी से समर्थकों में निराशा फैल गई। कांग्रेस इसे “भावनात्मक और राजनीतिक हमला” बता रही है, जबकि बीजेपी इसे “कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा” करार दे रही है।
क्या आगे और गिरफ्तारियां होंगी?
सूत्रों के अनुसार, ईडी की जांच अब और भी लोगों तक पहुंच सकती है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल चैतन्य को हिरासत में रखकर आगे की पूछताछ की जा रही है।