

अमित शाह की घोषणाएं: सहकारिता में बड़ा निवेश, युवाओं को नए अवसर
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राजस्थान के दादिया में आयोजित सहकार एवं रोजगार उत्सव में भाग लेते हुए सहकारिता और युवाओं के भविष्य को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि देशभर में दो लाख नई प्राथमिक कृषि साख समितियां (PACS) गठित की जा रही हैं, जिनमें से 40 हजार पहले ही बन चुकी हैं और सभी का कम्प्यूटरीकरण कार्य पूर्ण हो चुका है।
सहकारिता के क्षेत्र में विस्तार
शाह ने जानकारी दी कि गोदाम निर्माण, बीज उत्पादन, और सहकार उत्पादों की बिक्री के लिए नई समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनाने का कार्य तेजी से हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि आने वाला दशक सहकारिता का दशक होगा।
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धान-गेहूं खरीद में सहकारी संस्थाओं की भूमिका
अमित शाह ने बताया कि देश में धान और गेहूं की सरकारी खरीद का 20 प्रतिशत हिस्सा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से होता है, जो इस क्षेत्र की सशक्त उपस्थिति को दर्शाता है। उन्होंने इस अवसर पर राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासनिक मोर्चों पर राज्य सरकार ने निर्णायक कदम उठाए हैं।
राजस्थान सरकार की पहल
समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि अब तक राज्य में 5 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया जा चुका है और 28 हजार पदों पर नई भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। सरकार का लक्ष्य है कि 4 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।

नवाचार और नई योजनाएं
शाह ने ऊंटनी के दूध के औषधीय गुणों पर हो रहे अनुसंधान का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे चिकित्सा और पोषण के क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा होंगी। कार्यक्रम में उन्होंने 500 मीट्रिक टन क्षमता वाले 24 नए अनाज गोदामों और 64 मिलेट्स केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया।
युवाओं को मिला नियुक्ति पत्र, गोपाल योजना के तहत लोन
इस दौरान सरकारी नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों को अमित शाह ने नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए। गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत 1400 गोपालकों को कुल 12 करोड़ रुपये के लोन वितरित किए गए। कार्यक्रम में उन्होंने राजस्थान पुलिस के 100 नए वाहनों को भी हरी झंडी दिखाई और सहकार उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
देशभक्ति और संकल्प का संदेश
शाह ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय के उद्घोष से की और उपस्थित युवाओं व किसानों से हाथ उठवाकर देशभक्ति का संकल्प दिलाया। उन्होंने राजस्थान की वीरभूमि को प्रणाम करते हुए युवाओं को सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया।