अब धीमी गति पर भी आवाज करेंगे इलेक्ट्रिक वाहन, सरकार ला रही नया नियम
सड़क पर सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक नया नियम लागू करने की तैयारी में है, जिसके तहत 20 किलोमीटर प्रति घंटे से कम की रफ्तार पर भी इलेक्ट्रिक वाहन आवाज करेंगे।
अभी क्यों नहीं करते आवाज?
फिलहाल, इलेक्ट्रिक वाहन बेहद कम या बिल्कुल भी आवाज नहीं करते, खासकर जब उनकी गति कम होती है। पारंपरिक पेट्रोल-डीजल वाहनों के मुकाबले इनकी ‘साइलेंट’ चाल एक ओर जहां पर्यावरण के लिए अनुकूल है, वहीं दूसरी ओर यह पैदल यात्रियों और अन्य राहगीरों के लिए खतरे का कारण भी बन सकती है, क्योंकि वे वाहन की मौजूदगी का आभास नहीं कर पाते।
क्या है सरकार की योजना?
मंत्रालय अब ऐसा नियम लाने की तैयारी में है जिसके तहत सभी इलेक्ट्रिक वाहनों में ध्वनि चेतावनी प्रणाली (Acoustic Vehicle Alerting System – AVAS) लगाना अनिवार्य होगा। यह प्रणाली यह सुनिश्चित करेगी कि वाहन शून्य से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के दौरान भी निर्धारित स्तर की ध्वनि करें।
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कैसे काम करेगी ध्वनि प्रणाली?
यह प्रणाली इलेक्ट्रिक वाहन के धीमी गति से चलने पर कृत्रिम रूप से एक हल्की और सतत आवाज उत्पन्न करेगी, जिससे पैदल यात्री, साइकिल सवार, वरिष्ठ नागरिक और दृष्टिबाधित लोग वाहन की निकटता को पहचान सकें। यह ध्वनि बहुत तेज़ नहीं होगी, लेकिन इतनी स्पष्ट होगी कि सड़क पर मौजूद व्यक्ति सतर्क हो सके।
दुर्घटनाओं में कमी की उम्मीद
मंत्रालय का मानना है कि इस नई प्रणाली से सड़क पर चलने वाले लोगों को समय रहते वाहन का अहसास होगा, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी। खासकर शहरी इलाकों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और स्कूल-कॉलेज क्षेत्रों में यह सिस्टम बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
कब लागू होगा नियम?
सरकार इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देने के बाद अधिसूचना जारी कर सकती है। उसके बाद इसे चरणबद्ध तरीके से सभी नए इलेक्ट्रिक वाहनों में अनिवार्य किया जाएगा।
निष्कर्ष:
जहां एक ओर इलेक्ट्रिक वाहन प्रदूषण रहित भविष्य की दिशा में कदम हैं, वहीं उनकी चुपचाप चाल को लेकर सुरक्षा चिंताएं भी सामने आई हैं। सरकार का यह कदम इन वाहनों को और अधिक सुरक्षित और जिम्मेदार बनाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।