


हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही, 75 की मौत, दर्जनों लापता
उत्तर भारत में समय से पहले पहुंचे मानसून और लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश में पिछले दो हफ्तों में हुई भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 75 लोगों की मौत हो चुकी है और 31 लोग लापता हैं। यह जानकारी राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) ने दी है।
रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जहां भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। वहीं, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोलन, शिमला और कुल्लू जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राजधानी दिल्ली में भी हल्की बारिश की संभावना
रविवार को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
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उत्तर भारत में सामान्य से पहले पहुंचा मानसून
इस साल मानसून सामान्य समय से पहले ही उत्तर भारत पहुंच गया। आमतौर पर 8 जुलाई को पहुंचने वाला मानसून इस बार जून के अंतिम सप्ताह में ही पहुंच गया। इससे हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में व्यापक बारिश दर्ज की गई है। कश्मीर, गुजरात, मध्यप्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में भी भारी वर्षा हुई है।

मंडी में कंगना रनौत ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया
मंडी से सांसद कंगना रनौत ने थुनाग क्षेत्र का निरीक्षण किया और कहा कि बादल फटने के कारण क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। कई स्थानों पर सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन राहत कार्यों पर सक्रियता से काम कर रहे हैं।
शिमला में भूस्खलन, NHAI पर लापरवाही का आरोप
शिमला के कैथलीघाट-ढली सड़क मार्ग पर हुए बड़े भूस्खलन को लेकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के खिलाफ वन विभाग ने चौथी बार शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि लापरवाही से की गई कटिंग के कारण पांच मंजिला इमारत गिर गई और संरक्षित वन भूमि को भारी नुकसान पहुंचा।
थुनाग में राहत कार्य में जुटी आईटीबीपी की टीम
मंडी जिले के थुनाग क्षेत्र में राहत और बचाव कार्यों के लिए ITBP की 45 सदस्यीय टीम तैनात है। सहायक कमांडेंट अविनाश के अनुसार, टीम रास्ते साफ करने, फंसे लोगों को निकालने और सहायता पहुंचाने का कार्य कर रही है। टीम में पर्वतारोहण विशेषज्ञ भी शामिल हैं जिनके पास सभी जरूरी उपकरण मौजूद हैं।
जम्मू-कश्मीर में भी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में भारी बारिश से धरहाली और सकतोह नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। श्रीनगर में भी लगातार बारिश के चलते तापमान में गिरावट देखी गई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है।