


बीकानेर: 240 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक, माधोगढ़ स्कूल में शिक्षा व्यवस्था चरमराई
बीकानेर जिले के कोलायत ब्लॉक स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय माधोगढ़ में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से संकट में है। स्कूल में नामांकित 240 विद्यार्थियों के लिए केवल एक शिक्षक – विद्यालय प्राचार्य – ही शेष बचे हैं, जो अकेले ही स्कूल के संपूर्ण संचालन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
स्वीकृत हैं 5 पद, कार्यरत मात्र प्राचार्य
विद्यालय में कुल पांच शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। इनमें दो एल-2 (द्वितीय श्रेणी शिक्षक), एक एल-1 (प्राथमिक शिक्षक), एक वरिष्ठ अध्यापक और एक व्याख्याता का पद शामिल है। लेकिन वर्तमान में सिर्फ प्राचार्य ही कार्यरत हैं।
हाल ही में एक शिक्षक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में स्थानांतरित हो गए, जबकि दो अन्य शिक्षक लंबे समय से चुनाव शाखा में प्रतिनियुक्त हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि वर्तमान में किसी भी प्रकार के चुनाव नहीं हो रहे, फिर भी उनकी प्रतिनियुक्ति वापस नहीं ली गई है।
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प्राचार्य की अनुपस्थिति में पूरी पढ़ाई ठप
यदि प्राचार्य किसी कारणवश अवकाश पर जाते हैं, तो नजदीकी स्कूलों से किसी शिक्षक को अस्थायी तौर पर बुलाकर पढ़ाई करवाई जाती है। यह स्थिति न केवल बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित कर रही है, बल्कि एक शिक्षण संस्थान के न्यूनतम संचालन मानकों पर भी सवाल खड़े कर रही है।

शिकायतें दी गईं, समाधान नहीं
विद्यालय प्राचार्य ने कई बार कोलायत बीईओ को शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर पत्राचार किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रशासन ने दिया भरोसा
इस विषय पर माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. रामगोपाल शर्मा ने कहा कि यदि माधोगढ़ स्कूल में शिक्षकों की इतनी कमी है, तो शीघ्र ही वहां शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।
निष्कर्ष
यह मामला केवल एक स्कूल तक सीमित नहीं है। बीकानेर के कई सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की समस्या बनी हुई है। प्रतिनियुक्तियों और स्थानांतरण की अव्यवस्था ने शिक्षण प्रणाली की जड़ें हिला दी हैं। जरूरत है समयबद्ध और जिम्मेदार हस्तक्षेप की, जिससे विद्यार्थियों के भविष्य से समझौता न हो।