


छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में नहीं हुआ कोई बदलाव
जुलाई से सितंबर 2025 की तिमाही के लिए केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों का ऐलान कर दिया है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार इस तिमाही में किसी भी स्कीम की ब्याज दर में न तो वृद्धि की गई है और न ही कोई कटौती की गई है। ब्याज दरें पहले की तरह ही स्थिर रखी गई हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% ब्याज
बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने वाली सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर 8.2 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। यह दर पहले की तरह ही बनी हुई है और 1 जुलाई से 30 सितंबर 2025 तक प्रभावी रहेगी।
डाकघर बचत खाते पर 4% ब्याज
Post Office Savings Account (POSA) पर ब्याज दर 4 फीसदी ही बनी हुई है। यह दर 1 दिसंबर 2011 से स्थिर है। डाकघर खाता खासकर ग्रामीण और वरिष्ठ नागरिकों में लोकप्रिय है, इसी कारण इसमें बदलाव नहीं किया गया है।
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डाकघर मंथली इनकम स्कीम पर 7.4%
Post Office Monthly Income Scheme (POMIS) पर भी 7.4 फीसदी वार्षिक ब्याज दर बरकरार रखी गई है। यह योजना पेंशनरों के लिए खास तौर पर उपयोगी मानी जाती है।
किसान विकास पत्र पर 7.5% ब्याज
किसान विकास पत्र (KVP) पर भी ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह योजना अब भी 7.5 फीसदी की दर से सालाना ब्याज दे रही है। इसे परिपक्वता तक पहुंचने में 115 महीने का समय लगता है।

PPF पर मिल रहा 7.1% ब्याज
लोकप्रिय Public Provident Fund (PPF) योजना पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिलता रहेगा। इसमें भी किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है।
डाकघर FD पर अधिकतम 7.5% ब्याज
Post Office Time Deposit (TD) योजनाओं में सबसे अधिक 7.5 फीसदी तक सालाना ब्याज मिलेगा। यह दर 2 और 3 वर्ष की जमा पर लागू होती है, जबकि अन्य अवधि पर ब्याज दरें थोड़ी कम हैं। डाकघर कुल चार प्रकार की एफडी योजनाएं देता है।
NSC और SCSS पर पहले जैसा ब्याज
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं, सीनियर सिटिज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर भी ब्याज दर 8.2 फीसदी रखी गई है। इस योजना में ब्याज भुगतान हर तिमाही में किया जाता है।
ब्याज दर स्थिर रखने का कारण
आर्थिक जानकारों के अनुसार, केंद्र सरकार ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव इसलिए नहीं किया क्योंकि हाल के महीनों में केंद्रीय प्रतिभूति बाजार में गिरावट देखी गई है। साथ ही, जनता में इन योजनाओं की लोकप्रियता भी एक बड़ा कारण है।
छोटी बचत योजनाएं अब भी सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की दृष्टि से निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनी हुई हैं।