


रेरा की नई पहल: शहरों में लगेंगी चौपाल, रियल एस्टेट में पारदर्शिता और विश्वास को मिलेगा बढ़ावा
जयपुर। रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े विवादों को सुलझाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) अब प्रदेशभर में “रेरा चौपाल” नामक जन-जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।
इस पहल के तहत राज्य के विभिन्न शहरों में रेरा की टीमें जनता, प्रॉपर्टी बुकिंग करने वाले ग्राहकों, खरीदारों और रियल एस्टेट कारोबारियों से सीधे संवाद करेंगी। उन्हें प्रोजेक्ट बुकिंग से लेकर कब्जा, अतिरिक्त शुल्क, कानूनी अधिकार, बिल्डर की जिम्मेदारियों और रेरा में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
शुरुआत जोधपुर से
इस कार्यक्रम की शुरुआत जोधपुर से की जा रही है, जहां रियल एस्टेट से जुड़ी समस्याएं लगातार सामने आ रही हैं, जैसे—फ्लैट का कब्जा समय पर न मिलना, अधूरे प्रोजेक्ट, अतिरिक्त शुल्क की मांग आदि। वहीं दूसरी ओर, बिल्डर्स का कहना है कि उन्हें निकायों से समय पर मंजूरी नहीं मिलती या बुकिंग राशि में देरी होती है।
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रेरा में दर्ज प्रोजेक्ट्स और कार्रवाई
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अब तक रेरा में कुल 3,728 प्रोजेक्ट्स रजिस्टर्ड किए जा चुके हैं:
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प्लॉट्स: 1,745
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ग्रुप हाउसिंग: 1,775
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कॉमर्शियल: 105
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आवासीय व कॉमर्शियल मिक्स: 103
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561 प्रोजेक्ट्स को एक्सटेंशन मिला है।
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नियमों के उल्लंघन पर नौ प्रोजेक्ट्स से 1.87 करोड़ रुपये पेनल्टी भी वसूली गई है।
शिकायत कहां करें?
यदि किसी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट से जुड़ी समस्या हो तो ग्राहक निम्नलिखित माध्यमों से रेरा से संपर्क कर सकते हैं:
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फोन: 0141-2851900
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ई-मेल: [email protected]
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मुख्यालय: उद्योग भवन परिसर, जयपुर
निष्कर्ष:
रेरा की यह पहल न सिर्फ रियल एस्टेट क्षेत्र में विश्वास की बहाली करेगी, बल्कि आमजन को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी बनाएगी। चौपाल के माध्यम से नियमों की सही जानकारी देकर न केवल विवाद कम होंगे, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ेगी।