


अहमदाबाद विमान हादसा: क्या बोइंग ड्रीमलाइनर में लगे घटिया पुर्जों ने लीं 265 जानें?
घटना का सार:
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 टेकऑफ के एक मिनट के भीतर क्रैश हो गई। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 265 लोगों की जान चली गई। अब इस दुर्घटना के बाद बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
बोइंग ड्रीमलाइनर पर उठते सवाल
1. बार-बार सामने आती तकनीकी खामियां
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बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को एयर इंडिया ने 2011 में अपने बेड़े में शामिल किया था।
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इसके बाद 2015 से 2024 तक ड्रीमलाइनर से जुड़ी 32 तकनीकी घटनाएं दर्ज हुईं।
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दिल्ली-बर्मिंघम फ्लाइट AI-113 में हाइड्रोलिक लीक, विंडशील्ड क्रैक जैसी घटनाएं सामने आईं।
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मार्च 2013 में जापान एयरलाइंस के दो विमानों में ईंधन रिसाव हुआ था।
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यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट में मुख्य बैटरी फेल होने की भी पुष्टि हुई थी।
2. इंजीनियर सैम सालेहपुर के आरोप
2024 में बोइंग के इंजीनियर सैम सालेहपुर ने दावा किया कि ड्रीमलाइनर के निर्माण में गंभीर लापरवाही बरती गई थी।
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फ्यूज़लाज को गलत ढंग से जोड़ा गया, जिससे हज़ारों उड़ानों के बाद वह हवा में टूट सकता है।
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कंपनी ने शॉर्टकट लेकर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की।
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बोइंग ने इन आरोपों का खंडन किया, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने कुछ बिंदुओं को जांच में शामिल किया।
3. जॉन बार्नेट की रहस्यमय मौत
बोइंग में 30 साल तक काम करने वाले इंजीनियर जॉन बार्नेट ने भी ड्रीमलाइनर को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए थे:
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घटिया पुर्जों को कबाड़ से उठाकर विमान में लगाया गया।
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ऑक्सीजन सिस्टम में खामी थी, जो आपातकाल के वक्त असफल हो सकता था।
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बार्नेट ने दावा किया था कि उन्हें नजरअंदाज किया गया।
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2017 में वे एक व्हिसलब्लोअर केस में गवाही देने वाले थे, उसी दौरान उनकी रहस्यमय मौत हो गई।
हादसे से पहले भारत में क्या हुआ?
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एयर इंडिया के पास 58 बोइंग विमान हैं, जिनमें से कई में समय-समय पर गड़बड़ियां सामने आई हैं।
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ड्रीमलाइनर की उड़ानों को अत्यधिक आंधी और बर्फ वाले क्षेत्रों से बचने की सलाह दी गई थी।
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दिल्ली-टोक्यो और दिल्ली-कोलकाता रूट पर विमान वापस लौटाए गए थे।
अहमदाबाद हादसे से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
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12 जून को फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से उड़ान भरते ही 625 फीट की ऊंचाई पर क्रैश हो गई।
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विमान एक मेडिकल हॉस्टल की छत पर गिरा।
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अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
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हादसे के बाद विमान का ब्लैक बॉक्स मिल चुका है, जिससे वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है।
सरकार और जांच एजेंसियों की प्रतिक्रिया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मिले।
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AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने जांच शुरू कर दी है।
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ICAO प्रोटोकॉल के तहत अंतरराष्ट्रीय मानकों से जांच की जा रही है।
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DNA टेस्ट के जरिए मृतकों की पहचान की जा रही है।
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अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
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6357373831
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6357373841
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निष्कर्ष
अहमदाबाद की यह त्रासदी एक तकनीकी लापरवाही, कॉर्पोरेट दबाव और सुरक्षा के साथ समझौते की बड़ी कीमत बन गई है। ड्रीमलाइनर विमान में कथित खामियों को लेकर पहले भी आवाजें उठ चुकी थीं, लेकिन अब जब 265 जानें जा चुकी हैं, तो यह सवाल बन गया है—क्या इन्हें समय रहते टाला जा सकता था? जांच रिपोर्ट से सच्चाई सामने आने की उम्मीद है, लेकिन यह हादसा भारत की एविएशन सुरक्षा पर गहरा धब्बा छोड़ गया है।