


राहुल गांधी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग सक्रिय, महाराष्ट्र-हरियाणा चुनाव का डेटा सार्वजनिक
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल ही में चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों के बाद आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों का डाटा सार्वजनिक कर दिया है। यह डाटा वर्ष 2009 से लेकर 2024 तक का है। चुनाव आयोग के इस कदम की राहुल गांधी ने सराहना की है और इसे निष्पक्षता की दिशा में एक अहम शुरुआत बताया है।
राहुल गांधी ने रखी नई मांग
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि डाटा को केवल सार्वजनिक करना ही काफी नहीं है, बल्कि इसे एक निश्चित तारीख तक डिजिटल और मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में उपलब्ध कराया जाना चाहिए, ताकि पारदर्शिता और जनता की समझ और भी बेहतर हो सके।
‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ लेख में लगाए थे गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने अपने एक लेख ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ में आरोप लगाया था कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली हुई थी और यही पैटर्न आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में भी दोहराया जा सकता है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की संस्थाओं के लिए खतरा बताया और कहा कि इस तरह की चुनावी गड़बड़ियां जनता का विश्वास तोड़ती हैं।
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चुनाव आयोग ने आरोपों को बताया निराधार
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का विस्तृत डाटा कांग्रेस पार्टी को 24 नवंबर 2024 को ही उपलब्ध कराया गया था और यह आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। आयोग ने कहा कि इस तरह के निराधार आरोप संविधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास हैं।
भाजपा ने दी तीखी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी की टिप्पणियों पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब तक राहुल मैदान में नहीं उतरेंगे, तब तक उनका बयान सिर्फ शोर बनकर रह जाएगा। भाजपा विधायक राम कदम ने भी राहुल के बयान को एक “फेल छात्र” के बहाने जैसा बताया।