


भारत की चीन-तुर्की के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक, फेक न्यूज फैलाने वाले अकाउंट्स पर बैन
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा डिजिटल कदम उठाया है। चीन और तुर्की की स्टेट मीडिया द्वारा भारत के खिलाफ फर्जी खबरें और दुष्प्रचार फैलाए जाने पर भारत ने दोनों देशों के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को देश में बैन कर दिया है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद फैलाई जा रही फर्जी खबरें
पिछले दिनों पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जवाबी सैन्य कार्रवाई की थी। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से तुर्की के ड्रोन और चीन की मिसाइलों का उपयोग किया गया। साथ ही, चीन और तुर्की की स्टेट मीडिया ने भारत के खिलाफ सोशल मीडिया और वेबसाइट्स पर बड़े पैमाने पर भ्रामक और असत्य खबरें फैलाईं।
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चीन और तुर्की के कुछ मीडिया अकाउंट्स ने यह दावा किया कि भारत का राफेल फाइटर जेट गिरा दिया गया, S-400 डिफेंस सिस्टम को नुकसान हुआ, और पाकिस्तान को सैन्य बढ़त मिली है। ये सभी खबरें बेबुनियाद थीं और भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई गई थीं।

भारत सरकार की सख्त कार्रवाई
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इन देशों की स्टेट मीडिया को पहले ही चेतावनी दी गई थी कि वे जिम्मेदारी से रिपोर्टिंग करें और किसी भी समाचार को प्रसारित करने से पहले तथ्य सत्यापित करें। लेकिन चेतावनी के बावजूद फेक न्यूज का सिलसिला जारी रहा।
ऐसे में भारत सरकार ने चीन और तुर्की के इन आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को देश में बैन करने का निर्णय लिया। यह कदम न केवल भारत की डिजिटल संप्रभुता की रक्षा के लिए है, बल्कि भविष्य में फर्जी सूचना युद्धों के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी है।