


तनाव के बीच चीन से 10 अरब युआन मांग रहा पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इस घटना के बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर व्यापारिक संबंधों में भी कटौती कर दी है। इससे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई है।
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इसी आर्थिक दबाव के बीच पाकिस्तान ने चीन से 10 अरब युआन (लगभग 1.4 अरब डॉलर) का कर्ज मांगने का अनुरोध किया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने एक इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने और वित्तीय संसाधनों में विविधता लाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
औरंगजेब ने बताया कि पाकिस्तान ने चीन से अपनी मौजूदा स्वैप लाइन को 10 अरब युआन तक बढ़ाने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही पाकिस्तान इस वर्ष के अंत तक “पांडा बॉन्ड” जारी करने की भी योजना बना रहा है।

उन्होंने कहा कि फिलहाल पाकिस्तान के पास 30 अरब युआन की स्वैप लाइन उपलब्ध है, और वह इसे और मजबूत करना चाहता है। औरंगजेब ने कहा, “हम अपने ऋण स्रोतों में विविधता लाने की दिशा में अच्छी प्रगति कर रहे हैं।”
क्या है पांडा बॉन्ड?
पांडा बॉन्ड एक प्रकार का ऋणपत्र है, जिसे विदेशी संस्थाएं चीन के घरेलू बाजार में चीनी युआन (RMB) में जारी करती हैं। यह बॉन्ड चीनी निवेशकों को युआन में निवेश का अवसर प्रदान करता है और जारीकर्ता को चीन के पूंजी बाजार तक सीधी पहुंच मिलती है।