


गोल्ड लोन में भारी धोखाधड़ी, SBI शाखा से जुड़े चार मामले दर्ज
बीकानेर। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की भीनासर शाखा में गोल्ड लोन योजना के तहत बैंक को धोखा देने के चार मामले सामने आए हैं। इन सभी मामलों में ऋण लेने वालों ने स्वर्ण मूल्यांकक की मिलीभगत से गिरवी रखे गए आभूषणों का वजन जानबूझकर अधिक दर्शाया, जिससे बैंक को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
शाखा प्रबंधक विधि रुगंटा की ओर से गंगाशहर पुलिस थाने में चार अलग-अलग इस्तगासे दिए गए, जिनके आधार पर मामले दर्ज किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, गोल्ड लोन योजना में बैंक ऋण लेने वाले व्यक्ति से सोने के आभूषण गिरवी रखवाकर ऋण स्वीकृत करता है। लेकिन इन मामलों में ऋण स्वीकृति के समय और हालिया निरीक्षण के दौरान स्वर्ण आभूषणों के शुद्ध भार में भारी अंतर पाया गया।
जांच में सामने आया कि ऋणी और स्वर्ण मूल्यांकक ने मिलीभगत कर सोने का वजन बढ़ा-चढ़ाकर दर्शाया और फर्जी स्वर्ण मूल्यांकन प्रमाण पत्र तैयार किए। इसके आधार पर बैंक को वास्तविक शुद्ध वजन की तुलना में अधिक ऋण स्वीकृत करवा लिया गया।
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गंगाशहर पुलिस ने दीक्षा रानी पत्नी संतोष कुमार (विवेक नगर अनाथालय के पीछे), संजय सोनी (जैन पाठशाला न्यू वेल), महेश कुमार (भट्टर स्कूल के सामने, पुरानी लेन, गंगाशहर), ओमप्रकाश सोनी (गांधी चौक, गंगाशहर), नरेन्द्र ओझा (भट्टर स्कूल के पास), और अविनाश सोनी (गंगाशहर थाना के पीछे) के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि आरोपी दीक्षा रानी दो अलग-अलग मामलों में नामजद हैं। चारों मामलों की जांच सब-इंस्पेक्टर मोनिका कर रही हैं। पुलिस बैंक द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज़ों और मूल्यांकन रिपोर्टों के आधार पर विस्तृत जांच कर रही है।