


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक आज से बंगलूरू के चन्नेनहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र परिसर में शुरू हुई। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस बैठक का उद्घाटन किया। यह बैठक संघ की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, जिसमें संगठन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाती है।
संघ के मुख्य प्रवक्ता सुनील आंबेकर के अनुसार, इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े 32 संगठनों के महासचिव भी शामिल होंगे। इनमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष भी उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में संघ के 100वें वर्ष के शताब्दी समारोह और बांग्लादेश से जुड़े विभिन्न प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा।
संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक चार साल बाद बंगलूरू में हो रही है। इसमें संघ के 2024-25 के वार्षिक प्रतिवेदन की समीक्षा की जाएगी। साथ ही, संघ के शताब्दी वर्ष (2025-26) को लेकर योजनाएं बनाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि आगामी विजयादशमी (दशहरा) 2025 को संघ अपने 100 वर्ष पूरे करेगा।

इस बीच, संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि मुगल बादशाह वर्तमान समय में प्रासंगिक नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए उचित नहीं है। यह बयान उन्होंने बंगलूरू में संघ की बैठक शुरू होने से पहले दिया।