


पूगल में सरकारी जमीन के फर्जी आवंटन का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें 508.68 हेक्टेयर (लगभग दो हजार बीघा) भूमि के फर्जी आवंटन से सरकार को 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। एसीबी मुख्यालय ने इस मामले में तत्कालीन 15 अधिकारी-कर्मचारियों और 31 लाभार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह घोटाला तहसील पूगल के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों जैसे करणीसर भाटियान, बान्दरेवाला, बरजू, दीनसर और सुरासर में हुआ। आरोप है कि इन इलाकों में पुरानी तिथियों में राजकीय भूमि का निष्प्रभावी आबंटन किया गया।
जांच के लिए बीकानेर के अतिरिक्त आयुक्त एम.एल. नेहरा की अगुवाई में एक कमेटी बनाई गई, जिसमें प्रशिक्षु आईएएस यक्ष चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलक्टर नमृता वृष्णि ने कार्रवाई की।

आरोपियों में तत्कालीन एसडीएम, पटवारी, तहसीलदार समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं। इनमें से कई अधिकारी वर्तमान में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं, जबकि कुछ सेवानिवृत्त हो चुके हैं। आरोपी रणवीर सिंह का मामला दर्ज होने से पहले आकस्मिक निधन हो गया।
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इस मामले की जांच अब बीकानेर एसीबी चौकी के एएसपी महावीर प्रसाद शर्मा की रिपोर्ट पर स्पेशल यूनिट के एएसपी आशीष कुमार को सौंपी गई है। जांच में दोषियों की मिलीभगत और पद के दुरुपयोग के प्रमाण मिले हैं, और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद है।