


बीकानेर जिले के केड़ली गांव में सरकारी स्कूल के वाटर टैंक में डूबने से तीन मासूम छात्राओं की दर्दनाक मौत हो गई। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में इस मामले को उठाते हुए सरकार से दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को मुआवजा व नौकरी देने की मांग की।
हादसे के बाद विरोध प्रदर्शन
- मृतक छात्राओं के परिवारजन और ग्रामीण धरने पर बैठे, प्रशासन की वार्ता विफल।
- नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने में शामिल।
- पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल।
कैसे हुआ हादसा?
- सरकारी प्राथमिक विद्यालय में बने पुराने और जर्जर वाटर टैंक पर खेल रही थीं छात्राएं।
- अचानक टैंक की पट्टियां टूट गईं, जिससे तीनों अंदर गिर गईं।
- टैंक में 15 फीट तक पानी भरा था, जिससे डूबने से उनकी मौत हो गई।
मृतक छात्राओं की पहचान
- प्रज्ञा (6 वर्ष)
- रवीना (7 वर्ष)
- भारती (8 वर्ष)
तीनों छात्राएं एक ही परिवार की थीं।
ग्रामीण 5 सूत्रीय मांगों को लेकर डटे हुए हैं, जबकि प्रशासन समझाइश के प्रयास में जुटा है। इस दर्दनाक हादसे ने स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
