


बीकानेर। जिले के श्री डूगरगढ के पास एक सड़क हादसे मे घायल युवक ने भी आखिर मे तोड दिया दम। तीन भाईयों में सबसे छोटा 28 वर्षीय युवक राकेश पुत्र भंवरलाल सोनी ने पीबीएम अस्पताल पहुंचते पहुंचते दम तोड़ दिया। एक नन्हीं बेटी और छोटा सा बेटा पिता की राह देखते रह गए और सदा के लिए वो दुलार खो चुके है। आड़सर बास स्थित भंवरलाल सोनी के घर आज कोहराम मचा है। नम आंखो से पड़ौसी और रिश्तेदार परिजनों को सांत्वना देते हुए इस जवान मौत पर काल के क्रूर प्रहार को कोस रहें है। केऊ निवासी राकेश सोनी के पैतृक गांव केऊ में भी ग्रामीण घटना पर खेद प्रकट कर रहें है। राकेश ने धीरदेसर चोटियान में स्वर्णकार की दुकान कर रखी थी और वह रात को दुकान से ही श्रीडूंगरगढ अपने घर आ रहा था। सातलेरा के पास उसकी मोटरसाइकिल सातलेरा निवासी सावंरमल पुत्र जोराराम जाट की मोटरसाइकिल से टकरा गई। गंभीर घायल राकेश को तथा सांवरमल को बीकानरे पीबीएम रेफर कर दिया गया था। यहां से पीबीएम पहुंचते ही कुछ देर में ही राकेश ने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा तथा शव को श्रीडूंगरगढ़ लाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सड़क पर बह गया खून, हेलमेट होता तो शायद बच जाते प्राण

दुपहिया वाहन चालकों से लगातार पुलिस व सामाजिक संस्थाओं द्वारा हेलमेट पहनने का आग्रह किया जाता है परंतु ये लापरवाही जान पर भारी पड़ती है। शनिवार को शेरुणा मार्ग पर 2 युवकों ने प्राण गवाएं ओर रविवार को राकेश ने दम तोड़ दिया। मोटरसाइकिल से होने वाली अधिकतर दुर्घटनाओं में सवार युवाओं के हेलमेट नहीं होता और इसी कारण युवा अकाल मौत का शिकार बन जाते है। रात हुई दुर्घटना में राकेश के सिर और मुंह पर गंभीर चोटें आई और सड़क पर उनका खून बह गया जो उसकी मौत का कारण भी बना। हालांकि दोनों ही सवारों ने हेलमेट नहीं पहना था परंतु राकेश गंभीर रूप से घायल हुआ।