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अमेरिका की नई व्यापार नीति और घरेलू बाजार में सुस्ती के कारण मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। दोपहर बाद निफ्टी 50 में 339 अंकों की गिरावट आई, जबकि बीएसई सेंसेक्स 1047 अंक लुढ़क गया। सभी 13 प्रमुख क्षेत्रों में गिरावट देखी गई, जबकि स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में क्रमशः 2.5% और 2% की गिरावट दर्ज की गई।
बड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी नुकसान
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाले शेयरों में जोमैटो, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और टाटा मोटर्स शामिल हैं। वहीं, निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट आयशर मोटर, अपोलो हॉस्पिटल्स और श्रीराम फाइनेंस के शेयरों में दर्ज की गई। इस गिरावट के चलते करीब 300 निफ्टी स्टॉक्स 52 हफ्तों के निचले स्तर पर पहुंच गए, जबकि 400 से अधिक सेंसेक्स स्टॉक्स अपने वार्षिक न्यूनतम स्तर पर आ गए।
स्टील और एल्युमीनियम पर बढ़ा टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर टैरिफ बढ़ाकर 25% कर दिया और किसी भी देश को छूट न देने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने संकेत दिया कि अगले दो दिनों में कई अन्य देशों पर भी नए शुल्क लगाए जाएंगे। यह कदम ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं।

भारत पर ट्रंप का सीधा हमला
ट्रंप ने पहले भी भारत को व्यापारिक क्षेत्र में अनुचित व्यवहार करने वाला देश बताया था। अमेरिका के शीर्ष आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने भी भारत को उच्च टैरिफ लगाने वाला देश बताया था। इस बढ़ते दबाव के बीच, भारत ने हाल ही में अमेरिकी उत्पादों जैसे हाई-एंड मोटरसाइकिल, कार और स्मार्टफोन कंपोनेंट्स पर सीमा शुल्क में कटौती की है, जिससे हार्ले-डेविडसन, टेस्ला और एप्पल जैसी अमेरिकी कंपनियों को लाभ होने की संभावना है।
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भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर ट्रंप की टैरिफ नीति का प्रभाव आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा, लेकिन फिलहाल इसका असर भारतीय शेयर बाजार में साफ देखा जा सकता है।