



प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत हितग्राहियों को उनकी किस्त जारी करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। आरोप है कि आवास मित्र उनसे 15 से 25 हजार रुपये तक की अवैध वसूली कर रहे हैं।
हितग्राहियों से पैसे मांगने के आरोप
नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत सरखों में कई हितग्राहियों ने बताया कि आवास मित्र दूसरी किस्त जारी करने के लिए रिश्वत मांग रहे हैं। राजकुमारी नामक हितग्राही ने कहा कि पहली किस्त से मकान बनाना शुरू किया, लेकिन दूसरी किस्त रुकी हुई है। बारिश के दौरान उधार लेकर किसी तरह छत डलवाई, लेकिन अब किस्त जारी करने के लिए 25 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। बाद में 15 हजार रुपये देने पर ही किस्त जारी करने की बात कही गई।
इसी तरह गांव के संजय यादव ने बताया कि उनकी दूसरी किस्त भी अटकी हुई है और उन्हें आवास मित्र के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। गांव में कई हितग्राही इस तरह की शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन डर के कारण खुलकर बोलने से बच रहे हैं।
शिकायत के बावजूद प्रशासन निष्क्रिय
पत्रिका की टीम ने इस मामले को नवागढ़ जनपद सीईओ के संज्ञान में लाया और एक वीडियो भी उपलब्ध कराया, जिसमें हितग्राही अपनी समस्या बता रहे थे। इसके बावजूद जनपद सीईओ ने सिर्फ यह पूछा कि लिखित में शिकायत हुई है या नहीं। यानी प्रशासन तभी कार्रवाई करेगा जब पीड़ित घंटों लाइन में लगकर लिखित शिकायत देंगे।
- Advertisement -

कार्रवाई के नाम पर सिर्फ मॉनिटरिंग
पीएम आवास योजना के हितग्राही महीनों से किस्त के इंतजार में भटक रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। ब्लॉक के अधिकारी केवल दफ्तरों में बैठकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जबकि योजना का जिम्मा पूरी तरह से आवास मित्रों के हवाले छोड़ दिया गया है, जिससे भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
अधिकारियों का बयान:
“लिखित में शिकायत आने पर ही जांच करेंगे।”
– आकाश सिंह, सीईओ, नवागढ़