


नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो एनसीबी की हाल ही में जारी रिपोर्ट में राजस्थान रेप के मामले में टॉप पर है। इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही सवाल खड़े कर चुके हैं। अब एमएल लाठर ने इसको लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा- रेप के मामलों में राजस्थान 1 नंबर पर नहीं, बल्कि 7वें नंबर पर है।
सीएम अशोक गहलोत पहले ही एनसीबी की रिपोर्ट को राजस्थान को बदनाम करने का प्रयास बता चुके हैं। पुलिस विभाग के मुखिया एमएल लाठर ने शनिवार को दौसा में इस पर पहली बार आधिकारिक बयान दिया।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर तंज किया था। कहा था कि देश भर में बेरोजगारी और महंगाई के चलते अपराध का ग्राफ बढ़ा है।नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर तंज किया था। कहा था कि देश भर में बेरोजगारी और महंगाई के चलते अपराध का ग्राफ बढ़ा है।ष्ठत्रक्क शनिवार को दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। वहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- इन आंकड़ों को समझने की जरूरत है। दो राज्यों के बीच अपराध की तुलना करना गलत है। अपराध कम होना ही चाहिए। हमारी जिम्मेदारी है कि हम समाज को अपराध मुक्त बनाएं।
ओवरऑल क्राइम में 7वां स्थान
DGP ने कहा- जनप्रतिनिधि, सरकारी कर्मचारी व आम नागरिक, सबकी जिम्मेदारी है कि राजस्थान की छवि सुधारी जाए। जहां तक NCB के आंकड़ों का सवाल है, तो इन्हें समझने की समझ भी होनी चाहिए। महिला क्राइम में राजस्थान के नंबर 1 होने की बात कही जा रही है, हमारा ओवर ऑल क्राइम में पहला नहीं बल्कि 7वां नंबर है। पूरे आंकड़ों को समग्र रूप से देखेंगे तब भी देश में 7वां स्थान है।

दुष्कर्म मामलों में एनसीबी में गलती
DGP कहा कि रेप के मामले में राजस्थान नंबर 1 नहीं है। डीजीपी ने राजस्थान के आंकड़ों में माइनर व मेजर बालिकाओं से जुड़े अपराध के आंकड़ों को क्लब कर दिया है, जबकि दूसरे राज्यों में माइनर व मेजर बालिकाओं से जुड़े अपराध के आंकड़े अलग-अलग हैं। इस वजह से एनसीबी की रिपोर्ट में यह गलती हुई है।
पॉक्सो में मध्य प्रदेश नंबर एक
DGP ने कहा कि क्लासिफिकेशन का अपना-अपना तरीका होता है। उस टेबल को देखेंगे तो राजस्थान को पॉक्सो मामलों में एक नंबर दिखा रहा है। क्योंकि हमने उनको एक जगह शामिल कर रखा है। दोनों को अगर मिलाते हैं तो हम दूसरे नंबर पर आते हैं और पहले नंबर पर मध्य प्रदेश आता है। अगर हम झूठे मुकदमों को वापस कर दें, तो हमारी पोजिशन 7वें नंबर पर आती है।
राजस्थान का 12वां स्थान
डीजीपी ने कहा कि नाबालिगों के खिलाफ अपराध के आंकड़ों में राजस्थान का 12वां स्थान है। पहले स्थान पर मध्य प्रदेश, दूसरे पर महाराष्ट्र, तीसरे पर तमिलनाडु, चौथे पर उत्तर प्रदेश, पांचवें पर कर्नाटक है…राजस्थान तो एक से 10वें स्थान के बीच में भी नहीं है…बल्कि 12वें स्थान पर है।