जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने 30 करोड़ रुपए के साइबर फ्रॉड का भंडाफोड़ करते हुए आठ गैंग के 30 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। यह कार्रवाई पुलिस की डीएसटी और साइबर यूनिट की टीम ने मिलकर की। जयपुर के कालवाड़, करधनी, हरमाड़ा, बिंदायका और करणी विहार थाना क्षेत्रों में दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा गया।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे “साइबर शील्ड” अभियान के तहत की गई। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 135 बैंक खाते, 64 यूपीआई आईडी और 20 एटीएम सहित करोड़ों के लेन-देन से जुड़े साक्ष्य जब्त किए हैं।
इन थाना क्षेत्रों से हुई गिरफ्तारियां:
- करधनी थाना:
जितेंद्र कुमार अटल, रमेश चौधरी, रवि महावर और वेद प्रकाश भार्गव को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 11 डायरियां, चार एटीएम कार्ड और तीन चेक बुक बरामद की गईं। - कालवाड़ थाना:
ऑनलाइन ठगी के मामलों में विक्रम भार्गव, विकास कुमार और सचिन भार्गव को गिरफ्तार कर 18 मोबाइल, 11 चार्जर और ₹21,230 जब्त किए गए। - हरमाड़ा थाना:
गजेंद्र कुमार सैनी ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के जरिए फ्रॉड करता था। - बिंदायका थाना:
विष्णु सैनी, गुरु प्रताप सिंह, गुरप्रीत सिंह, राम रतन सैनी सहित 14 अन्य आरोपी पकड़े गए। - करणी विहार थाना:
मुकेश कुमार जाट, राहुल कुमार और 5 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
बरामद सामान:
कार्रवाई के दौरान 7 लैपटॉप, 21 मॉनिटर, 64 मोबाइल, 67 एटीएम कार्ड, 17 बैंक पासबुक, 6 चेक बुक, 2 पासपोर्ट, 5 वाई-फाई राउटर, 3 सीसीटीवी कैमरे, ₹21,230 नकद और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए।
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3 करोड़ से अधिक की राशि ब्लॉक:
जयपुर पश्चिम डीसीपी अमित बुढानिया ने बताया कि 2023 में जयपुर वेस्ट क्षेत्र में 9.27 करोड़ की ठगी के मामले सामने आए थे। पुलिस ने इनमें से 3.85 करोड़ की राशि ब्लॉक करवाई और 1.86 करोड़ की रकम पीड़ितों को वापस दिलवाई।
यह कार्रवाई राजस्थान में साइबर अपराधों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

