आसमान में दिखेगा चंद्रमा और शुक्र का दुर्लभ नजारा
अगर आपको खगोलीय घटनाओं में रुचि है तो आज की शाम आपके लिए खास है। 3 जनवरी 2025 की शाम, सूर्यास्त के तुरंत बाद पश्चिमी आकाश में हंसियाकार चंद्रमा (क्रिसेंट मून) और शुक्र (वीनस) की दुर्लभ जोड़ी देखने का मौका मिलेगा। इस अद्भुत नजारे को आप बिना किसी उपकरण के नंगी आंखों से देख सकते हैं।
खास बातें:
भोपाल की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि यह जोड़ी 2 डिग्री से भी कम की दूरी पर नजर आएगी। खगोल विज्ञान में इसे एपल्स कहा जाता है।
- चंद्रमा माइनस 10.7 मैग्निट्यूड की चमक के साथ रहेगा।
- शुक्र माइनस 4.4 मैग्निट्यूड से चमकता दिखेगा।
- यह दृश्य सूर्यास्त के बाद करीब 3 घंटे तक नजर आएगा।
सूर्यास्त के बाद अद्भुत दृश्य:
सूर्यास्त के तुरंत बाद, चंद्रमा और शुक्र पश्चिमी क्षितिज से कुछ ऊंचाई पर दिखेंगे। धीरे-धीरे यह जोड़ी नीचे आती जाएगी और रात करीब 9 बजे तक गायब हो जाएगी।
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- नई दिल्ली में सूर्यास्त: 5:37 बजे।
- जयपुर में सूर्यास्त: 5:46 बजे।
- अन्य शहरों में भी सूर्यास्त का समय थोड़ा-बहुत अलग होगा।
कहां और कैसे देखें?
- खुले स्थान पर जाएं: जहां से पश्चिमी आकाश स्पष्ट रूप से दिख सके।
- सूर्यास्त के तुरंत बाद देखें: क्षितिज के करीब चमकता हुआ शुक्र और चंद्रमा दिखेगा।
- कोई उपकरण नहीं चाहिए: यह नजारा नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है।
क्रिसेंट मून और एपल्स का मतलब:
- क्रिसेंट मून: चंद्रमा का अर्ध चंद्राकार रूप।
- एपल्स: खगोलीय पिंडों के बीच करीबी को दर्शाने वाली घटना।
खगोल प्रेमियों के लिए नववर्ष का तोहफा
नववर्ष के पहले सप्ताह में यह अद्भुत खगोलीय घटना किसी तोहफे से कम नहीं है। 3 जनवरी की शाम करीब 6 बजे से 9 बजे तक यह दुर्लभ नजारा देखने का मौका मिलेगा। खुले आसमान के नीचे इस मनोहारी दृश्य का आनंद लें और इसे अपनी यादों में संजो लें।