डिजिटल युग में बढ़ते साइबर खतरों ने आम लोगों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। नए साल के मौके पर साइबर ठग बधाई संदेशों के जरिए लोगों के बैंक अकाउंट और डिवाइस पर नियंत्रण करने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। विशेष रूप से ग्रीटिंग कार्ड या लिंक के रूप में एपीके फाइल डाउनलोड होने से डिवाइस का पूरा ऑपरेशन साइबर अपराधियों के हाथ में चला जाता है। पुलिस और साइबर सेल सक्रिय है, लेकिन सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।
विस्तृत समाचार:
बढ़ती साइबर ठगी की घटनाएं:
नए साल पर बधाई संदेश और ग्रीटिंग कार्ड के रूप में आने वाले लिंक साइबर अपराधियों के लिए नया हथकंडा बन गए हैं। इन लिंक्स पर क्लिक करते ही एपीके फाइल डाउनलोड हो जाती है, जिससे मोबाइल या लैपटॉप का पूरा डेटा साइबर ठगों के पास पहुंच जाता है।
पुलिस और साइबर सेल की कार्रवाई:
- अलवर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक प्रियंका रघुवंशी ने बताया कि साइबर सेल ऐसे मामलों पर सतर्कता से कार्रवाई कर रही है।
- जिले की साइबर सेल टीम ने इनविटेशन कार्ड और बधाई संदेश से जुड़े कई ठगी के मामले सामने आने की पुष्टि की है।
- सभी थानों को ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
लोगों के लिए अलर्ट:
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि नए साल के समय लोग विशेष सतर्क रहें। किसी भी अनजान लिंक या संदेश पर क्लिक न करें। खासतौर पर बधाई संदेश या ग्रीटिंग कार्ड जैसे लिंक्स को खोलने से बचें।
सुरक्षा के उपाय:
- अनजान लिंक या संदिग्ध संदेशों पर क्लिक न करें।
- अपने डिवाइस में एंटीवायरस और साइबर सुरक्षा एप्स का उपयोग करें।
- किसी भी फाइल को डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांचें।
- बैंकिंग संबंधित जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- साइबर ठगी से संबंधित मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।