राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं को राहत: फ्यूल सरचार्ज घटा
राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को अगले माह के बिजली बिलों में थोड़ी राहत मिलेगी। बिजली निगमों द्वारा पहली तिमाही के फ्यूल सरचार्ज की गणना के बाद दरों में 5 पैसे प्रति यूनिट की कमी की गई है। इससे औसतन 300 यूनिट बिजली खपत करने वाले परिवार को करीब 50 रुपये की राहत मिलेगी।
फ्यूल सरचार्ज की गणना
बिजली निगमों द्वारा हर तिमाही में ईंधन की लागत के आधार पर फ्यूल सरचार्ज की गणना की जाती है।
- पहली तिमाही (जनवरी-मार्च): 49 पैसे प्रति यूनिट।
- दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून): 54 पैसे प्रति यूनिट।
हालांकि, अभी उपभोक्ताओं से 54 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से फ्यूल सरचार्ज वसूला जा रहा है। पहली तिमाही में दर कम होने के कारण अब उपभोक्ताओं को 5 पैसे प्रति यूनिट का लाभ अगले बिलों में दिया जाएगा।
आगामी राहत की उम्मीद
2024 की तीसरी तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, फ्यूल सरचार्ज में और कमी की संभावना है। इससे जून 2024 के बाद उपभोक्ताओं को और अधिक राहत मिल सकती है।
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फ्यूल सरचार्ज क्या है?
बिजली उत्पादन के लिए कोयले की खपत होती है, जिसकी दरें तिमाही आधार पर बदलती रहती हैं। इन दरों के आधार पर बिजली बिलों में ईंधन अधिभार जोड़ा जाता है। अगर सरचार्ज कम होता है, तो उपभोक्ताओं को राहत दी जाती है।
आंकड़ों में स्थिति:
- 106 करोड़ रुपये: राज्य में कुल राहत।
- 01 करोड़ रुपये: केवल उदयपुर में राहत।
- 5 पैसे/यूनिट: फ्यूल सरचार्ज की कमी।
- 2,000 करोड़ यूनिट: प्रभावित बिजली खपत।
विशेषज्ञ की राय:
ऊर्जा सलाहकार वाई.के. बोलिया ने कहा कि अधिक वसूली गई राशि की राहत जल्द से जल्द उपभोक्ताओं को दी जानी चाहिए। साथ ही, सूरतगढ़ और छबड़ा के बिजली घरों द्वारा स्वीकृत दर से अधिक दर पर बिजली देने की जांच होनी चाहिए।