भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में संघ मोदी के बाद के युग के लिए नेतृत्व की तैयारी में जुट गया है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के सर्वोच्च नेता हैं, और जब तक वह प्रधानमंत्री हैं, वे ही सर्वोच्च रहेंगे, लेकिन संघ पार्टी के अगले नेतृत्व के लिए नेताओं की एक पंक्ति तैयार कर रहा है। इस पंक्ति में गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणनवीस का नाम प्रमुख है।
संघ की भूमिका ने हाल ही में स्पष्टता हासिल की है, जब भाजपा ने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी जीत हासिल की। इन राज्यों में संघ के स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत की वजह से भाजपा को सफलता मिली, और संघ ने पहली बार खुले तौर पर इसका श्रेय अपने स्वयंसेवकों को दिया। इसके साथ ही संघ ने यह भी संदेश दिया कि लोकसभा चुनावों में भाजपा की अपेक्षाओं के मुताबिक सीटें न जीत पाई, क्योंकि संघ के स्वयंसेवक चुनावों में कम सक्रिय थे।
भा.ज.पा. अब अपने संगठन को और मजबूत करने के लिए संघ के दिशा-निर्देशों में काम कर रही है। संघ का अगला मिशन भाजपा के संगठन को फिर से अपने प्रभाव में लेना है, और इसके लिए वह पार्टी अध्यक्ष पद पर किसी ऐसे नेता को नियुक्त करने की योजना बना रहा है जो पार्टी को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर सके।
संघ का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नया अध्यक्ष प्रधानमंत्री मोदी के साथ तालमेल बनाए रखे, लेकिन साथ ही वह सरकार और सत्ता केंद्रों के सामने नतमस्तक न हो। संघ का यह भी मानना है कि भाजपा को भविष्य में अपने संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि वह 2029 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद की राजनीति के लिए तैयार रह सके।