बीकानेर जिले के लूणकरणसर के करणीसर गांव के अग्निवीर जवान शंकरदास का शुक्रवार को ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया। शंकरदास की ट्रेनिंग नासिक में चल रही थी और तीन दिन बाद, 2 दिसंबर को उनकी ट्रेनिंग पूरी होनी थी। परिवार और गांव में उनके लौटने की तैयारियां हो चुकी थीं, लेकिन दुखद घटना ने सब कुछ बदल दिया।
घटना का विवरण:
- शंकरदास ने बीए करने के बाद अग्निवीर में चयनित होकर नासिक में ट्रेनिंग शुरू की थी।
- ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कभी छुट्टी नहीं मिली, लेकिन 3 दिसंबर को घर लौटने की बात उन्होंने परिवार से की थी।
- शुक्रवार को ब्रेन हेमरेज के कारण उनका निधन हो गया।
परिवार का इंतजार और तैयारियां:
शंकरदास के पिता कान दास, जो किसान हैं, बेटे के लौटने की खुशी में गांव में घर की रंगाई-पुताई करवा रहे थे। परिवार को बेटे के आगमन का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन अब उनके पार्थिव शरीर के आने की खबर ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया है।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई:
शंकरदास का पार्थिव शरीर रविवार को बीकानेर पहुंचेगा, जहां उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।