भजनलाल सरकार के कार्यकाल का एक साल पूरा होने जा रहा है। इस दौरान सरकार ने गहलोत सरकार की कई प्रमुख योजनाओं के नाम बदले और कुछ योजनाओं को बंद भी किया। अधिकतर योजनाओं के नाम बदलकर क्षेत्रीय नेताओं और भारतीय संस्कृति से जुड़े नामों पर रखे गए हैं।
बदली गई योजनाएं:
- चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना
- नया नाम: मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना
- इंदिरा रसोई योजना
- नया नाम: अन्नपूर्णा रसोई योजना
- इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना
- नया नाम: मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना
- नया नाम: पन्नाधाय बाल गोपाल योजना
- राजीव गांधी छात्रवृत्ति योजना
- नया नाम: स्वामी विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना
- राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना
- नया नाम: मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना
- मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना
- नया नाम: पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना
मर्ज की गई योजनाएं:
- इंदिरा महिला शक्ति उड़ान, जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम, और इंदिरा महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान योजना को मिलाकर
- नया नाम: कालीबाई भील संबल योजना
बंद की गई योजनाएं:
- इंदिरा स्मार्टफोन योजना:
1.35 करोड़ महिलाओं को फ्री स्मार्टफोन देने की योजना बंद कर दी गई। - राजीव गांधी युवा मित्र कार्यक्रम:
युवाओं को सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए दी गई नौकरियां समाप्त कर दी गईं।
सरकार बदलने पर योजनाओं के नाम बदलने की परंपरा:
राजस्थान में सरकार बदलने के साथ ही योजनाओं के नाम बदलने की परंपरा चल रही है। भजनलाल सरकार ने गहलोत सरकार की कई योजनाओं के नाम बदलकर भाजपा की नीतियों के अनुसार नया स्वरूप दिया है।