जामा मस्जिद विवाद: सर्वेक्षण के दौरान भारी हंगामा और तनावपूर्ण माहौल
संभल की जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने के दावे के बाद रविवार को दोबारा हुए सर्वे के दौरान भारी हंगामा और पथराव हुआ। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
सर्वे के दौरान बेकाबू भीड़
रविवार सुबह जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव के नेतृत्व में मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ। जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए और सर्वे का विरोध करने लगे।
पथराव और पुलिसकर्मी घायल
स्थिति तब बिगड़ गई जब भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को हटाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति काबू में नहीं आने पर आंसू गैस के गोले दागे गए।
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा
घटना के बाद मस्जिद और आसपास के क्षेत्रों में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
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सर्वे पूरा, रिपोर्ट कोर्ट में पेश होगी
मस्जिद का सर्वे करीब दो घंटे तक चला। टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर को कोर्ट में पेश की जाएगी।
प्रशासन की अपील
तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की गई है।
पृष्ठभूमि
यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ जब मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया। मामला कोर्ट में है, और प्रशासन द्वारा इलाके में निगरानी बढ़ाई गई है।

