ISRO और SpaceX मिलकर करेंगे GSAT-N2 उपग्रह का लॉन्च
18 अक्टूबर, आधी रात के बाद: भारत में इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला ISRO का हाई-थ्रूपुट संचार उपग्रह GSAT-N2 अमेरिका के केप कैनेवेरल से SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन न केवल भारत में ब्रॉडबैंड सेवाओं का विस्तार करेगा बल्कि उड़ान के दौरान इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बेहतर बनाएगा।
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GSAT-N2: इंटरनेट सेवाओं में नए आयाम
वजन: लगभग 4700 किलोग्राम
बीम: 32 बीम, जिनमें से 8 बीम पूर्वोत्तर भारत के लिए और 24 बीम शेष भारत के लिए समर्पित हैं।
क्षमता: 48 Gbps हाई-थ्रूपुट संचार प्रणाली
मिशन अवधि: 14 साल
कवरेज: पूरे भारत के ग्रामीण क्षेत्रों, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप द्वीप समूह समेत सभी क्षेत्र।
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लॉन्च के खास पहलू:
यह भारत का पहला मिशन है जो अमेरिकी धरती और SpaceX के रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा।
फाल्कन-9 रॉकेट, जो कि एक री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल है, GSAT-N2 को अंतरिक्ष में स्थापित करेगा।
यह उपग्रह भारतीय भू-भाग के सभी क्षेत्रों को तीव्र ब्रॉडबैंड सेवाएं और इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
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एन-सिल का योगदान:
GSAT-N2, NewSpace India Limited (NSIL) का मांग आधारित दूसरा उपग्रह है।
इससे पहले जून 2022 में NSIL ने GSAT-24 लॉन्च किया था।
NSIL वर्तमान में पृथ्वी की कक्षा में 11 उपग्रह संचालित कर रहा है।
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लॉन्च शेड्यूल:
समय: भारतीय समयानुसार 18 अक्टूबर, रात 12:01 बजे।
यदि यह लॉन्च विंडो चूक जाती है, तो 19 अक्टूबर, दोपहर 3 बजे दूसरी विंडो होगी।
GSAT-N2 का प्रक्षेपण भारत में डिजिटल क्रांति का एक और मील का पत्थर साबित होगा।
नोट: यह जानकारी इसरो और संबंधित स्रोतों पर आधारित है। मिशन से जुड़ी ताजा अपडेट के लिए अधिकृत चैनलों को फॉलो करें।

