आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर ‘बिरसा मुंडा चौक’ रखा गया। इस खास मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे।
गृह मंत्री अमित शाह ने बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें आदिवासी समाज के महानायक और स्वतंत्रता संग्राम का प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपने जीवनकाल में धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाई और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जन आंदोलन का नेतृत्व किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि आईएसबीटी बस स्टैंड के पास के चौक का नाम अब बिरसा मुंडा के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नाम देखकर हर आगंतुक बिरसा मुंडा के प्रेरणादायक जीवन से प्रेरणा लेगा।
सराय काले खां का इतिहास:
सराय काले खां का नाम सूफी संत काले खां के नाम पर रखा गया था, जो 14वीं-15वीं शताब्दी में मुगल काल के दौरान इस क्षेत्र में एक विश्राम स्थल के रूप में प्रसिद्ध थे। यह स्थान दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में स्थित है और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, रिंग रोड, और निर्माणाधीन नमो भारत मेट्रो स्टेशन के पास है।

