बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा। सेंसेक्स 984 अंक (1.25%) गिरकर 77,691 अंक पर और निफ्टी 324 अंक (1.36%) गिरकर 23,559 अंक पर बंद हुआ। सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में रहे। बाजार की इस गिरावट का कारण कमजोर तिमाही नतीजे, बढ़ती महंगाई, और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली है।
भारत में बेंचमार्क शेयर सूचकांक पांचवे दिन भी गिरकर कई महीनों के निचले स्तर पर बंद हुए। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 6.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 430.45 लाख करोड़ रुपये रह गया।
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। हालांकि, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, और इंफोसिस ने कुछ लाभ दर्ज किया।
खुदरा महंगाई दर अक्तूबर में बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.21% पर पहुंच गई। इसके कारण विदेशी निवेशकों की ओर से बिकवाली जारी है।
अक्तूबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 94,017 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि इस महीने की शुरुआत से अब तक 23,911 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जा चुके हैं। अमेरिकी और एशियाई बाजारों में भी कमजोर रुख देखा गया।
तेल की कीमतों में भी हल्का उछाल दर्ज किया गया है, जिसके चलते वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93% बढ़कर 72.56 डॉलर प्रति बैरल हो गया है।