गूगल पर असाधारण जुर्माना: रूस की एक अदालत ने गूगल पर एक ऐसा जुर्माना लगाया है जिसे चुकाना इस जन्म में गूगल के लिए असंभव सा है। आमतौर पर टेक कंपनियों पर हर कुछ महीनों में जुर्माना लगता रहता है, लेकिन इस बार जो जुर्माना गूगल पर लगाया गया है, उसकी राशि इतनी अधिक है कि उसकी भरपाई करना भी संभव नहीं है।
जुर्माने की राशि: गूगल पर यह जुर्माना दो अनडेसिलियन रूबल्स (जिसका मतलब 2 के बाद 36 शून्य) है। यदि इसे अमेरिकी डॉलर में परिवर्तित करें, तो यह राशि लगभग 20,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000 डॉलर के बराबर है। यह राशि गूगल के कुल मूल्यांकन के लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर से कहीं अधिक है और यह विश्व की कुल GDP से भी ज्यादा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा लगभग 110 ट्रिलियन डॉलर के आसपास अनुमानित किया गया है।
जुर्माने का कारण: गूगल पर इतना बड़ा जुर्माना लगाने का मुख्य कारण रूस के राज्य मीडिया चैनलों की सामग्री पर YouTube द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हैं। रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, यह जुर्माना लगातार बढ़ रहा है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि वे इस संख्या का उच्चारण भी नहीं कर सकते, लेकिन गूगल प्रबंधन से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया है।
समस्या की जड़ें: रूस की मीडिया आउटलेट RBC के अनुसार, यह जुर्माना YouTube पर 17 रूसी मीडिया चैनलों की सामग्री को प्रतिबंधित करने से संबंधित है। यह मामला 2020 में शुरू हुआ था, लेकिन 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद इसमें तेजी आई। हमले के बाद अधिकांश पश्चिमी कंपनियों ने रूस से अपने कारोबार समेट लिए, जिससे व्यापार पर कड़े प्रतिबंध लगे।
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गूगल और रूस के बीच तनाव: यह घटना रूस और गूगल के बीच तनाव को एक नई ऊंचाई पर ले जाती है। इससे पहले मई 2021 में रूस के मीडिया नियामक रोसकोम्नाडजोर ने गूगल पर आरोप लगाया था कि उसने RT और Sputnik जैसे रूसी मीडिया आउटलेट्स के लिए YouTube का एक्सेस बैन कर दिया था। जुलाई 2022 में रूस ने गूगल पर 21.1 बिलियन रूबल (£301 मिलियन) का जुर्माना लगाया था, जिसमें युद्ध संबंधी “प्रतिबंधित” सामग्री और अन्य सामग्री को नियंत्रित न करने का आरोप था।
इस प्रकार, रूस में प्रेस की स्वतंत्रता बहुत कम है और स्वतंत्र समाचार आउटलेट्स और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर रोक लगाई गई है।

