


बीकानेर में नशा तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे हर कोई परेशान है। इस गंभीर समस्या का सामना करने के लिए अब युवा नेताओं ने नशे पर पूरी तरह से रोक लगाने और इसे जड़ से उखाड़ फेंकने की ठानी है। सर्किट हाउस में भाजपा नेता भगवान सिंह मेड़तिया, शहर अध्यक्ष युवा मोर्चा वेद व्यास, देहात अध्यक्ष जसराज सिंवर, डॉ. सिद्धार्थ असवाल, और भवानी पाइवाल ने इस बारे में मीडिया से बातचीत की।
मेड़तिया ने बताया कि नशे की समस्या को खत्म करने के लिए आम जनता और समाज के प्रबुद्धजनों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत लोगों को नशे के प्रति जागरूक करने के लिए घर-घर जाकर पीले चावल बांटे जाएंगे, ताकि युवा पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि बीकानेर, जो अपनी रसगुल्लों की मिठास और भुजिया की तीखेपन के लिए दुनियाभर में जाना जाता है, आज नशे का अड्डा बनता जा रहा है। युवा पीढ़ी नशे में डूब रही है। मेड़तिया ने इसे “उड़ता बीकानेर” की उपमा दी, जो नशे की कुप्रवृत्ति को इंगित करता है।

उन्होंने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीकानेर से अन्य जिलों में नशे की तस्करी हो रही है, और बाहर से भी नशा बीकानेर लाया जा रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर आंखें मूंदे बैठा है। वर्षों से थानों में जमे अधिकारी और कर्मचारी नशे के तस्करों के सूचना तंत्र बने हुए हैं, जिसके कारण तस्कर पुलिस की कार्रवाई से बच निकलते हैं।
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मेड़तिया ने नशे से पीड़ित युवाओं और उनके परिवारों की दर्दनाक स्थितियों पर दुख जताया और कहा कि पार्टी से ऊपर उठकर, नशे के खिलाफ एकजुट होकर इस समस्या का समाधान करेंगे।