अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) बीकानेर महानगर ने बीकानेर शहर के विभिन्न महाविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों के छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं का आकलन किया। प्रांत सहमंत्री मोहित जाजड़ा ने बताया कि इन समस्याओं के समाधान हेतु आगामी 21 अक्टूबर को “छात्र गर्जना प्रदर्शन” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रमुख मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा जाएगा।
प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं:
- डूंगर महाविद्यालय में पुलिस चौकी की स्थापना:
राजकीय डूंगर महाविद्यालय में अस्थाई पुलिस चौकी की स्थापना की जाए, जिसमें दो महिला और दो पुरुष पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हो, ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। - रोडवेज और ट्रेन पास में छूट:
सभी नियमित छात्रों को रोडवेज और ट्रेन पास पर 50% किराए में छूट प्रदान की जाए, जिससे उनके आवागमन में सुविधा हो। - डूंगर महाविद्यालय की इमारत का पुनर्निर्माण:
डूंगर महाविद्यालय की पुरानी इमारत, जो कि रियासत कालीन है, अब गिरने की स्थिति में है। यूआईटी बीकानेर द्वारा इसका पुनर्निर्माण आवश्यक है। - एमएस कन्या महाविद्यालय का छात्रावास पुनः खोला जाए:
एमएस कन्या महाविद्यालय का वर्षों से बंद पड़ा छात्रावास पुनः खोला जाए और वहां की छात्राओं के लिए स्थायी खेल मैदान की भी व्यवस्था की जाए। - खेल मैदान की बेहतरी:
संभाग का सबसे बड़ा महाविद्यालय डूंगर महाविद्यालय है, जिसमें खेल मैदान की बेरीकेटिंग करवाकर उसे बेहतरीन ढंग से तैयार किया जाए। - अवैध पीजी संस्थानों की जांच:
शहर में चल रहे अवैध पेइंग गेस्ट (PG) संस्थानों का निरीक्षण किया जाए, जो अधिक किराए का बोझ छात्रों पर डाल रहे हैं। प्रशासन किराया तय करने की व्यवस्था करे, जो सुविधाओं और क्षेत्र के हिसाब से हो। - नशा और अपराध पर नियंत्रण:
शहर में बढ़ रहे नशा और अपराध के चलते छात्र-छात्राओं का पढ़ाई का माहौल बिगड़ रहा है। कोचिंग संस्थानों के आसपास पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए ताकि भयमुक्त वातावरण में छात्र पढ़ाई कर सकें।
निष्कर्ष:
ABVP द्वारा इन सभी मांगों के समर्थन में आगामी 21 अक्टूबर को “छात्र गर्जना प्रदर्शन” किया जाएगा। संगठन का उद्देश्य छात्रों की समस्याओं का समाधान करवाना और प्रशासन से इन मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाई की मांग करना है, ताकि छात्रों के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल अध्ययन माहौल तैयार हो सके।

