


घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को शुरुआती तेजी के बाद गिरावट देखी गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 280.04 अंकों की मजबूती के साथ 81,781.40 पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 58.2 अंक की बढ़त लेकर 25,029.50 पर पहुंचा। हालांकि, कुछ समय बाद ही बाजार कमजोर हो गया और दोनों सूचकांक लाल निशान में आ गए।
बाजार के शुरुआती कारोबार में तेजी थी, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की शुद्ध बिकवाली और अन्य वैश्विक दबावों के कारण बाजार में गिरावट शुरू हो गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 210.87 अंक गिरकर 81,265.97 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 116.15 अंकों की गिरावट के साथ 24,848.25 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की 30 प्रमुख कंपनियों में से इंफोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट आई।
वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख:
एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला प्रदर्शन देखने को मिला। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की 225 गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। अमेरिकी बाजार बुधवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे।
- Advertisement -

क्रूड ऑयल की कीमतों में हल्की बढ़त:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.28% की बढ़त के साथ 74.43 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
एफआईआई की बिकवाली का दबाव:
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध रूप से 3,435.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो बाजार पर दबाव का मुख्य कारण बना।