


बूंदी जिले के तुलसी गांव में स्थित राव सूरजमल हाड़ा की ऐतिहासिक छतरी, जिसे पहले खंडित किया गया था, अब पुनः अपने स्थान पर निर्मित की जाएगी। इसके लिए आज दोपहर भूमिपूजन किया जाएगा। यह निर्णय कोटा-बूंदी सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ हुई एक बैठक में लिया गया, जिसमें छतरी के पुनर्निर्माण की सहमति बनी।
संघर्ष समिति के अक्षय हाड़ा ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में गुरुवार शाम को कोटा में उनके कैंप कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कोटा और बूंदी के कलेक्टर, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम, कोटा विकास प्राधिकरण के सदस्य और संघर्ष समिति के प्रमुख सदस्य शामिल हुए। बैठक में यह तय हुआ कि छतरी प्रस्तावित एयरपोर्ट के रनवे से 300 मीटर की दूरी पर स्थित है और इससे एयरपोर्ट के संचालन में कोई बाधा नहीं आएगी। इस निर्णय के बाद आज भूमिपूजन के साथ छतरी के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।

गौरतलब है कि 20 सितंबर को बूंदी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को कोटा के प्रस्तावित ग्रीन एयरफील्ड एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत भूमि पर आने के कारण खंडित कर दिया गया था। इस घटना के बाद विरोध जताने पर राज्य सरकार ने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। अब सर्वसमाज के संघर्ष और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल के बाद छतरी का पुनर्निर्माण उसी स्थान पर किया जाएगा, जहां यह पहले स्थित थी।