


अमित शाह की टिप्पणी पर बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
भारत के गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर बांग्लादेश ने कड़ी आपत्ति जताई है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसी टिप्पणियाँ आपसी समझ और सम्मान पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। हालांकि, भारत में बांग्लादेश के अवैध प्रवासियों का मुद्दा एक पुराना विवाद है, जो चुनावी राजनीति में अक्सर उठता रहा है। बीजेपी के चुनावी एजेंडे में यह मुद्दा प्रमुखता से शामिल है।
बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन का संदर्भ
अमित शाह ने पहले भी बांग्लादेश से घुसपैठ के मुद्दे पर बात की है, लेकिन वर्तमान स्थिति अलग है। शेख़ हसीना की सरकार के बाद अब बांग्लादेश में एक नई सरकार है, जो भारत के प्रति अधिक संदेहास्पद रुख अपनाए हुए है। इस बीच, ढाका के प्रमुख अख़बारों ने अमित शाह की टिप्पणी को निंदनीय बताया है और संबंधों में तनाव की चेतावनी दी है।
अमित शाह के बयानों का प्रभाव
डेली स्टार ने लिखा है कि शाह ने भारतीय राज्यों में बांग्लादेशी अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त टिप्पणी की है, और उनकी टिप्पणियाँ अब भी विवाद का कारण बन रही हैं। बांग्लादेश के आर्थिक विकास के बावजूद अवैध प्रवासी भारत में प्रवेश कर रहे हैं, और यह स्थिति दोनों देशों के संबंधों को प्रभावित कर रही है।
बाइडन-यूनुस की मुलाक़ात का महत्व
24 सितंबर को बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मुलाक़ात हुई। यह मुलाक़ात शेख़ हसीना की सरकार के जाने के बाद हुई है, और दोनों देशों के संबंधों पर इसके संभावित प्रभाव पर चर्चा हो रही है। भारतीय पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने ट्वीट किया है कि यह मुलाक़ात बांग्लादेश में इस्लामिक और भारत विरोधी ताकतों के उदय को दर्शाती है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है।
- Advertisement -

विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
थिंक टैंक के विश्लेषकों ने बाइडन-यूनुस की मुलाक़ात को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दी हैं। कुछ ने इसे असहज बताया है, जबकि अन्य ने इसे भारत-अमेरिका संबंधों पर संभावित नकारात्मक प्रभाव की चेतावनी दी है।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध जटिल और संवेदनशील बने हुए हैं, और हालिया घटनाएँ दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण संकेत लेकर आई हैं।