


केजरीवाल ने भागवत को पत्र लिखकर उठाए सवाल: क्या RSS ने BJP की बेईमानी से सत्ता हासिल करने की कल्पना की?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को एक पत्र भेजकर पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं। पत्र में केजरीवाल ने कहा कि भाजपा आरएसएस की कोख से जन्मी है, और अगर भाजपा गलत दिशा में जा रही है, तो यह आरएसएस की जिम्मेदारी है कि उसे सही रास्ते पर लाए।
केजरीवाल ने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को ED-CBI की धमकी देकर तोड़ने का प्रयास कर रही है, और दूसरी पार्टियों की सरकारों को गिराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस तरह से चुनी गई सरकारों को गिराना देश और लोकतंत्र के लिए उचित है।
केजरीवाल ने लिखा, “मैं यह पत्र एक सामान्य नागरिक के नाते लिख रहा हूं, क्योंकि देश के वर्तमान हालात मुझे बहुत चिंतित कर रहे हैं। भाजपा सरकार जिस दिशा में देश को ले जा रही है, वह सभी के लिए हानिकारक है। अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो हमारा लोकतंत्र और देश दोनों खतरे में पड़ जाएंगे।”
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केजरीवाल ने पत्र में पूछे गए सवालों में यह भी कहा:
- क्या किसी भी तरह से बेईमानी करके सत्ता हासिल करना आरएसएस या भाजपा को मंजूर है?
- प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने जिन नेताओं को भ्रष्टाचारी कहा, उन्हें भाजपा में शामिल करने के बाद आपको कोई कष्ट नहीं होता?
- क्या आरएसएस को भाजपा के मार्गदर्शन में आना चाहिए, जब वह गलत रास्ते पर जा रही है?
- क्या जेपी नड्डा के बयान से आरएसएस कार्यकर्ताओं को आघात नहीं पहुँचा?
- क्या कानून सबके लिए समान नहीं होना चाहिए, खासकर जब बात उम्र के आधार पर रिटायरमेंट की हो?
केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि भागवत इन सवालों पर गंभीरता से विचार करेंगे और जनता को जवाब देंगे।