


ग्राम सेवा सहकारी समिति के सदस्य अयूब खान और जिला पार्षद आस मोहम्मद ने आरोप लगाया है कि स्कूल में शिक्षकों के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। मार्च महीने में उपप्राचार्य और कुछ अन्य शिक्षकों ने मिलकर कथित रूप से कुछ छात्राओं से जबरन नमाज पढ़वाई और उसका वीडियो बनवाकर आगे भेज दिया। इसके बाद राजनीतिक खींचतान के चलते केवल प्राचार्य सरफू खान पर आरोप लगाए गए और उन्हें एपीओ कर दिया गया, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि उपप्राचार्य धर्मराज, शिक्षिका सरला रानी, कैलाश चंद और हरिदत्त वशिष्ठ जैसे शिक्षक स्कूल में राजनीति कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इन शिक्षकों को स्कूल से हटाया जाए, क्योंकि उनके आने से स्कूल का माहौल बिगड़ रहा है और भाईचारा खत्म हो रहा है। इससे पहले यहां कभी भी इस तरह की राजनीति नहीं हुई थी। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इन शिक्षकों को नहीं हटाया गया तो स्कूल को फिर से नहीं खोला जाएगा।

स्कूल पर ताला लगाने के बाद उमरैण ब्लॉक के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिवचरण लाल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी शिक्षकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। नमाज के वीडियो की जांच भी की जाएगी, और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।