हमारे शरीर में मौजूद विभिन्न पोषक तत्व विभिन्न काम कर हमें हेल्ही बनाने में मदद करते हैं। शरीर के संपूर्ण विकास में इन पोषक तत्वों की अहम भूमिका होती है। जिंक (Zinc) इन्हीं जरूरी न्यूट्रिएंट्स में से एक है, जो हमें हेल्दी बनाने और शरीर के विकास और वृद्धि के लिए काफी अहम होता है। जिंक एक जरूरी पोषक तत्व है, स्किन हेल्थ, इम्यून फंक्शन और सेल डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और मुंहासे, सूजन जैसी अन्य स्थितियों से बचा सकता है।
खासकर मानसून में इसकी ज्यादा अहमियत होती है। ऐसे में बरसात के दिनों में जिंक की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानने के लिए हमने मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम में क्रिटिकल केयर की कंसलटेंट डॉ रिमी डे से बातचीत-
मानसून में क्यों जरूरी है जिंक?
डॉक्टर बताती हैं कि जिंक हमारे लिए काफी जरूरी होता है, क्योंकि इसकी वजह से हमारा इम्यून सिस्टम सही तरह से काम कर पाता है। वहीं, मानसून के मौसम में जिंक विशेष रूप से जरूरी हो जाता है, जब सर्दी, फ्लू और अन्य वायरल इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में जिंक शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) को बढ़ाकर संक्रमण से बचने और शरीर के रक्षा तंत्र को मजबूत करने में योगदान देता है।
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इसलिए भी जिंक आवश्यक
इसके अलावा जिंक हेल्दी स्किन और घाव भरने को बढ़ावा देता है, जो मानसून के मौसम के दौरान महत्वपूर्ण है। खासकर जब ह्यूमिडिटी के कारण त्वचा में संक्रमण और चकत्ते होने लगते हैं। साथ ही जिंक में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो सेल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, शरीर में इसकी कमी होने पर कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लक्षण निम्न हैं-
बिना वजह वजन घटना
घाव के ठीक होने में देरी
सतर्कता की कमी
गंध और स्वाद महसूस न होना
दस्त
भूख में कमी
त्वचा पर खुले घाव होना
इन फूड्स से करें जिंक की कमी दूर
अंडे
बीन्स
रेड मीट
चिकल
ओएस्टर
शेलफिश
डार्क चॉकलेट
साबुत अनाज
नट्स और सीड्स

