


स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड और एक देश एक चुनाव पर भी चर्चा की.
उन्होंने कहा, “हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड पर चर्चा की है. इसे लेकर कई बार आदेश दिए हैं.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “देश का एक बहुत बड़ा वर्ग मानता है और इसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं वो एक तरह से कम्युनल सिविल कोड है. भेदभाव करने वाला सिविल कोड है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस गंभीर विषय पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए. ऐसे क़ानून जो धर्म के आधार पर देश को बाँटते हों, जो ऊंच-नीच का कारण बनते हों. ऐसे कानूनों का आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता.”
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पीएम मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. हमने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं. अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा.
इसके अलावा पीएम मोदी ने देश में एक समय पर चुनाव कराने की भी वकालत की.
उन्होंने कहा, “देश में बार-बार चुनाव गतिरोध पैदा कर रहे हैं. हर छह महीने में कहीं न कहीं चुनाव हो रहे हैं. इसलिए देश में व्यापक चर्चा हुई है. सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा.”