


राजस्थान में सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती जारी है. 4 जून का दिन सभी 25 सीटों पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए उम्मीदों से भरा रहा। इस बार लोकसभा चुनाव उलटफेरों से भरा रहा. विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से सरकार बनाने के बाद लोकसभा चुनाव में सामने आ रहे नतीजे बीजेपी के लिए काफी चौंकाने वाले साबित हो रहे हैं. इस बार कांग्रेस- बीजेपी को हर सीट पर कांटे की टक्कर देती आ रही है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस से अपने बेटे वैभव गहलोत जालोर लोकसभा सीट से टिकट दिलवाई. लेकिन जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया. वह अपनी सीट बचाने में नाकायाब साबित हुए.
वैभव गहलोत ने हार की स्वीकार

इसी के साथ वैभव गहलोत ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी हार स्वीकार करते हुए मेन मीडिया से बात की है. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम हमारे सामने हैं. जालोर एक कठिन सीट रही है. पिछले 20 वर्षों से कांग्रेस यह सीट नहीं जीत सकी, लेकिन पार्टी ने मुझे यहां से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया. मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई देना चाहता हूं. इसी के साथ उन्होंने लुम्बाराम चौधरी को जीत की बधाई दी है. कांग्रेस नेता वैभव गहलोत राजस्थान के जालोर से चुनाव लड़ रहे हैं.’