


बीकानेर। नोखा हिम्मटसर में पारिवारिक विवाद के चलते 3 माह पूर्व रामेश्वर बिश्नोई की गोली मारकर हत्या के मामले में फरार चल रहे एक ओर आरोपी वीरेन्द्र गुर्जर को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वारदात को अंजाम देने के लिए काम में ली गई गाड़ी को भी जब्त किया।
सीआई ईश्वर प्रसाद जांगिड़ ने बताया कि प्रकरण के मुख्य आरोपी सुनील बिश्नोई के चचेरे भाई ओम प्रकाश की शादी हिम्मटसर निवासी मृतक रामेश्वर की बहन गीता के साथ हुई थी, लेकिन ओम प्रकाश मानसिक रुप से विक्षिप्त होने के कारण गीता ससुराल नहीं जा रही थी और उसके ससुराल वाले उसे जबरदस्ती ले जाना चाहते थे।
5 आरोपियों को पहले ही कर चुकी है गिरफ्तार
इसी दौरान आरोपी गण को गीता की दूसरी जगह शादी करने का संदेह होने पर 9-10 मई की मध्य रात्रि को आरोपी सुनील बिश्नोई ने रामेश्वर बिश्नोई के बारे में जानकारी कर अपने पिता, भाई रामसिंह व अपने दोस्त वीरेंद्र गुर्जर और अन्य साथियों के साथ योजना बनाकर हिम्मटसर पहुंचे। तडक़े चार बजे अपनी ढ़ाणी बाहर चारपाई डालकर सो रहे रामेश्वर बिश्नोई की गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस वारदात में शामिल आरोपी बयाना तहसील के गढ़ीबाजना निवासी विरेंद्र गुर्जर पुत्र हरीसिंह फरार चल रहा था। पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश देते हुए शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी गुर्जर ने 6 लाख की ली थी सुपारी
सीआई जांगिड़ ने बताया कि आरोपी वीरेन्द्र गुर्जर से पूछताछ में सामने आया कि उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपी सुनील बिश्नोई से 6 लाख रुपए की सुपारी ली थी। जिसके बाद ही उसने अपने साथियों के साथ हिम्मटसर आकर रामेश्वर बिश्नोई की हत्या की।
