


बीकानेर। बुधवार शाम को काकड़ा गांव में युवक का अपहरण कर मारपीट कर गंभीर रूप से घायल करने और छुड़वाने गए युवक पर भी पिस्तौल से फायर करने का मामला जसरासर थाने में दर्ज हुआ है।
पीबीएम हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती काकड़ा निवासी लक्ष्मण राम बिश्नोई ने जसरासर पुलिस को दिए पर्चा बयान में बताया कि 28 दिसंबर को वह अपने खेत में था तभी रामरतन ने उसे फोन किया शंकरगदी की गाड़ी भरवानी है और आप आइए। वह शाम को करीब साढ़े छह बजे रामरतन के खेत पहुंचा। वहां गाड़ी भरकर 7 बजे के आसपास रामरतन की ढाणी के आगे बैठा था।
उसी दौरान पूर्वी दिशा से रास्ते रास्ते 7-8 व्यक्ति आते दिखाई दिए। मैंने उनको मजदूर समझा। जब वे पास आए तो आते ही उन्होंने हथियारों से मेरे ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। हमला करने वाले गांव के शंकरलाल महात्मा, जगदीश, रामचंद्र, गिरधारी, श्रवण और दो-तीन अन्य जने थे जिनके पास धारदार हथियार थे। मेरे सिर पर जान से मारने की नीयत से वार किया जिससे मैं घायल हो गया। मेरे को घसीटकर सभी आरोपी अपनी ढाणी के आगे ले गए और वहां पर भी ले जाकर फिर से उसके साथ मारपीट की। जगदीश अपनी ढाणी से पिस्तौल लेकर आया। उसी दौरान रामरतन भागकर मुझे छुड़वाने आए उसे पर भी० जगदीश ने पिस्तौल से फायर किया। हल्ला सुनकर पास के खेत से मनीराम भाग कर आए तो उनके ऊपर भी पत्थर फेंके जिससे उनके हाथ पर लगी। पीछे-पीछे रामरतन की प|ी समंदर भाकर आई उनको भी पत्थरों की चोट लगी। जैसे-तैसे उसे अवस्था में उठकर रामरतन की ढाणी लेकर आए। उसे घायल अवस्था में परिवार के व्यक्तियों ने नोखा अस्पताल लेकर पहुंचे जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बीकानेर पीबीएम हॉस्पिटल रेफर कर दिया जहां उसका उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
