

बीकानेर। दिल्ली के बीकानेर हाउस, पंजाब के रामबाग गेट व प्राचीर और हरियाणा के चर्च ऑफ एपिफेनी से जुड़ी विरासत संरक्षण परियोजनाओं को यूनेस्को पुरस्कार से नवाजा गया है। सांस्कृतिक विरासत संरक्षण श्रेणी में इस साल के यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार के लिए भारत, चीन और नेपाल की 12 परियोजनाओं का चयन किया गया। भारत की दो परियोजनाओं में मुंबई का डेविड सैसून लाइब्रेरी-रीडिंग रूम व केरल के कुन्नमंगलम भगवती मंदिर का कर्णिकारा मंडपम शामिल है। कर्णिकारा को ‘अवार्ड ऑफ डिस्टिक्शन’ मिला है। विरासत व रचनात्मकता की दृष्टि से पंजाब के रामबाग गेट व प्राचीर के पुनरुद्धार को ‘अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस’ से नवाजा गया। पंजाब की पीपल हवेली व काठमांडू के सिकामी छेन ने ‘स्पेशल रिकग्निशन फॉर सस्टेनेबल केंपेगौड़ा एयरपोर्ट को विशेष पुरस्कारः बेंगलूरु के केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (केआइए) के टर्मिनल-2 को दुनिया के सबसे खूबसूरत एयरपोर्ट में से एक माना गया। इसे यूनेस्को के प्रिक्स वर्साय ने इंटीरियर के लिए विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया। यह सम्मान प्राप्त करने वाला के आइए एकमात्र भारतीय एयरपोर्ट है। इसका संचालन देखने वाली कंपनी बेंगलूरु अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हरि मरार ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।
पूर्व महाराजा का निवास अब कला केंद्र: नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास आठ एकड़ में फैले बीकानेर हाउस का निर्माण अंग्रेजों के शासन ट्रक काल में बीकानेर के तत्कालीन हाईव महाराजा के निवास के तौर पर किया गिरफ गया था। आजादी के बाद इसे हाईन राजस्थान सरकार ने खरीद लिया।
