बीकानेर। कानासर वितरिका नहर में साइफन लगाकर पानी चोरी करने के मामले में आईजीएनपी के जेईएन और बेलदार पर गाज गिरी है। दोनों को निलंबित कर दिया गया है। अिभयंताओं ने इसका विरोध किया है।कानासर वितरिका में पिछले एक माह से काश्तकार साइफन लगाकर लगातार पानी चोरी करते रहे। इससे शोभासर जलाशय को पानी नहीं मिला और घरों में पेयजल सप्लाई नहीं होने के गंभीर हालात बन गए। पानी चोरी नहीं रोकने और लापरवाही मानते हुए आईजीएनपी के जेईएन आसूराम को निलंबित कर दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य अिभयंता योगेश कुमार मित्तल ने इसके आदेश जारी किए हैं। जेईएन के अलावा बेलदार कुशालाराम को भी निलंबित किया गया है। पानी चोरी मामले में निलंबन पर राजस्थान काउंसिल ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स ने विरोध जताया है। अध्यक्ष बलराम जाखड़ और सचिव भगवानाराम का कहना है कि 36 किमी नहर पर पुलिसकर्मियों के बिना पानी चोरी रोकना अिभयंताओं के लिए मुश्किल है। पानी चोरी रोकने गए एसई, एक्सईएन, एईएन व अन्य के साथ बदमाशों ने मारपीट की थी और पीछा किया था। ऐसे में जेईएन और बेलदार का निलंबन अनुचित है। इस संबंध में कलेक्टर, जल संसाधन विभाग के मुख्य अिभयंता और इंगांनप के अतिरिक्त अिभयंता को ज्ञापन देकर चेतावनी दी गई है सात दिन में दोनों को बहाल नहीं किया तो कार्य बहिष्कार किया जाएगा और कोई भी अिभयंता नहर पर रात को गश्त नहीं करेगा। अिभयंताओं ने मांग की है कि जैसलमेर में पानी चोरी रोकने के लिए आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं। बीकानेर में भी उसी तरह सुरक्षा के इंतजाम होने चाहिए। बिजली के कारण शोभासर में पानी सप्लाई बािधत बुधवार को बिजली सप्लाई सुचारू नहीं होने से पंप चलने में परेशानी हुई और शोभासर जलाशय में कम पानी आया। मंगलवार को तो जेलवेल जोन के गोगागेट, माडर्न मार्केट, केईएम रोड सहित अनेक इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हुई थी। बुधवार को सायंकाल में जलापूिर्त में कुछ सुधार हुआ। शोभासर जलाशय में पानी का स्तर डेढ़ मीटर से ऊपर बताया जा रहा है।

